नई दिल्ली– मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सियासत तेज हो गई है। क्योंकि 17 नवंबर को मध्य प्रदेश में विधानसभा का चुनाव होना है। इसको लेकर सभी पार्टियों की नजर टिकट पर है। इन सब के बीच कांग्रेस पार्टी ने अपने 144 उम्मीदवारों को मध्य प्रदेश में मैदान में उतार दिया है। मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें है जिसे लेकर सियासत अब तेज हो गई है। हर कोई यह जानना चाहता है कि कांग्रेस किस तरीके से अपना रुख बनाना चाहती है। और किस तरह रुख बदलना चाहती है।
इन सबके बीच भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस की उम्मीदवारों की लिस्ट में परिवारवाद का आरोप लगाया परिवारवाद का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से क्या कुछ कहा गया हम आपको नीचे खबर में विस्तार से एक-एक कर बताते है।
हम आपको बता दें भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर परिवारवाद के आरोप लगाए भारतीय जनता पार्टी की तरफ से कहा गया है कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके परिवार के सदस्यों को एक के बाद एक टिकट मिल गया जिससे कांग्रेस में विरोध हो रहा है।
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से गंभीर आरोप लगाए गए कहा गया कि कांग्रेस आज भी परिवार बात कर रही है। किसी प्रदेश में जाती है तो उसे प्रदेश के मुख्यमंत्री के पूरे परिवार को टिकट दे देती है। इसे लेकर अब कुछ उम्मीदवार नाराज है। जो की पार्टी छोड़कर जा रहे इस पर कांग्रेस की तरफ से जवाब दिया गया कहा गया कि किसी नए उम्मीदवार को मैदान में नहीं उतर गया है। जो पुराने चेहरे थे जो जीत कर आए थे उन्हें ही मैदान में उतर गया है।
हम आपको बता दे जिस दिन से कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया उसे दिन के बाद लगातार भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पर परिवारवाद का आरोप लगा रहे इस मौके पर मध्य प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी परिवारवाद करती है कांग्रेस हमेशा से परिवारवाद के कम पर कदम मिलाकर चलती आई इसलिए उसे आम जनता की कदर नहीं है। आम कार्यकर्ता की कदर नहीं है।
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से यह भी गंभीर आरोप लगाए गए कि कांग्रेस में जो योग्य उम्मीदवार थे उनको कांग्रेस ने दरकिनार कर दिया है कांग्रेस ने परिवारवाद को बढ़ावा देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री के पूरे परिवार को टिकट बांट दिया इस पर पलटवार करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता के के मिश्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से नाराज नेता खुद कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। उनकी नाराजगी को दूर करिए शिवराज और भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पार्टी गई उम्मीदवारों की लिस्ट से भारतीय जनता पार्टी के नेता नाराज है। उन्हें संभालिए कांग्रेस के पीछे मत पढ़िए कांग्रेस पूरा काम मन से कर रही और कोई परिवार बात नहीं घबरा मत चुनाव आ रहा है। सब साफ हो जाएगा की जनता किसे देखना चाहती है।