नई दिल्ली- मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सियासत तेज है। इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नामांकन भी दाखिल कर दिया है। अब केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश की कमान अपने हाथों में ले ली उन्होंने मध्य प्रदेश में नाराज भारतीय जनता पार्टी के नेता कार्यकर्ताओं को दिल्ली बुलाया है। उन्होंने दिल्ली के सरकारी आवास पर आने का आमंत्रण नाराज नेताओं को भेजा है अब इस बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री की तरफ से चुनावी बड़ा प्लान तैयार किया गया है यह प्लान क्या है। और कैसे से कामयाब करना है इसकी चर्चा करने के लिए यह कदम उठाया गया है। आगे खबर में जानिए क्या कुछ हो सकता है।
भारतीय जनता पार्टी की तरफ से जब उम्मीदवारों का ऐलान हुआ तो बगावत के और पार्टी के अंदर ही छोड़ गए इसके बाद एक के बाद एक कई नेताओं ने समझाने का प्रयास किया लेकिन किसी की बात कोई भी नेता सुनने को तैयार नहीं है इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी कमान अपने हाथों में ली है। और नाराज नेता कार्यकर्ताओं को आमंत्रण भेजा है और उन्हें दिल्ली बुलाया गया।
चुनाव को सर पर देखते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नाराज नेताओं कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनके मन मनवाल का कार्यक्रम रखा गया है। इसमें वह नाराज नेताओं से बातचीत करेंगे और उन्हें समझाने का प्रयास करेंगे। और रूठे नेताओं को मनाने का भी प्रयास दिल्ली में किया जाएगा। जिसे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की तरफ से इस कार्यक्रम को रखा गया है। और इसे लेकर अलग तरीके के प्रयास किए गए है।
अब देखने वाली बात यह होगी किस तरीके से नाराज और पार्टी से रूठे नेता दिल्ली पहुंचते हैं और क्या मांगे रखते हैं और किस तरीके की चीज निकल कर सामने आती है। इन सब चीजों पर लगातार नजर बनी रहेगी लेकिन भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय गृहमंत्री की तरफ से मध्य प्रदेश की कमान अपने हाथों में ले ली गई है।
मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है इसकी सियासत के बीच अब जनता जनार्दन का भी पूरा जोर 17 नवंबर की तरफ दिखाई दे रहा है। जनता भी 17 नवंबर का बेसब्री से इंतजार कर रही है। क्योंकि यहां पर मतदान को लेकर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। यहां भले ही तमाम दल चुनावी मैदान में हो लेकिन कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधी टक्कर देखा जा रहा है।