नई दिल्ली- मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सियासत तेज है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश में किसी भी हालत में सत्ता की वापसी चाहती है। इसके लिए एक के बाद एक नेता मध्य प्रदेश पहुंचकर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील कर रहे हैं। इस बीच दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी मध्य प्रदेश पहुंचे जहां पर उन्होंने कांग्रेस की तुलना हमास से कर दी। हम आपको बताते हैं कि किस दौरे पर पहुंचे थे कहां पर यह बयान दिया गया।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी अपने एक प्रत्याशी का नामांकन करने के लिए मध्य प्रदेश के सतना पहुंचे थे जहां पर उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि कांग्रेस मतलब हमास। यही नहीं उन्होंने और आगे कहा कि कांग्रेस का मतलब है कि आतंकवादियों का पैरोंकार्य करना। उन्होंने और आगे बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का मतलब है कि सनातन धर्म को नष्ट करने की साजिश रचना। भारतीय जनता पार्टी के सांसद ने कहा कि कांग्रेस सब हमास जैसी लगती है इसके हालात ऐसे ही हो गए हैं और मध्य प्रदेश की जनता यह बिल्कुल नहीं चाहती कि कांग्रेस जैसी सरकार मध्य प्रदेश में आए।
हम आपको बता दे की मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान है इसके लिए नामांकन प्रक्रिया कल से खत्म हो गई। कल आखिरी दिन नामांकन प्रक्रिया चल रही थी और आज कल 2 तारीख तक नामांकन पत्र वापस करने की अंतिम तारीख होगी उसके बाद 17 नवंबर को मतदान होगा। जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी जितने भी छोटे-मोटे डाल हैं। सब मिलकर मध्य प्रदेश में अपनी ताल ठोक रहे हैं और सब अपने आप को जीता हुआ बता रहे है।
भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत से मध्य प्रदेश में अपनी सियासत बचाने के प्रयास कर रही यहां पर एक के बाद एक केंद्र स्तर के नेता पहुंच रहे हैं। वह चाहे केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर हो वह चाहे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हो या फिर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हो या फिर भारतीय जनता पार्टी के सांसद और उत्तर प्रदेश के मंत्री को लगातार एक के बाद एक मध्य प्रदेश की सियासत बचाने के लिए जनसभाएं कर रहे हैं। जनता के बीच में जा रहे हैं। और किसी न किसी तरह से मध्य प्रदेश को बचाने का प्रयास कर रहे है।
क्योंकि यह वही मध्य प्रदेश है जहां पर 2018 में कांग्रेस पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में आई थी और उसके बाद उसे पूर्ण बहुमत मिला था। लेकिन पार्टी के ही नेताओं कार्यकर्ताओं की वजह से मध्य प्रदेश में सरकार गिर गई थी और एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी ने इसकी कमान संभाली और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को यहां से मुख्यमंत्री पद का नेतृत्व करने के लिए गठन किया जिसके बाद से लगातार भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता नेता मध्य प्रदेश को साधने का प्रयास कर रहे हैं।