नई दिल्ली- मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की सियासत तेज है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत से मध्य प्रदेश में अपनी जमीन तलाश रही इसे लेकर अपने तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सबसे पहले देर शाम उज्जैन पहुंचे जहां पर उन्होंने एक आम सभा को संबोधित किया और बाबा महाकाल के दर्शन की यहां पर वह 7 विधानसभा को साधने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने क्यों कहा कि इस बार मंत्री और मुख्यमंत्री के लिए वोट नहीं डालना हम आपको बताते हैं।
जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उज्जैन की 7 विधानसभा को साधने का लगातार प्रयास कर रहे है। यहां पर उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर भी निशाना साधा है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध उज्जैन प्रशासन की तरफ से किए गए थे इस दौरान उन्होंने सबसे पहले कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर निशाना साधा उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में मध्य प्रदेश पूरी तरह से बर्बाद हो चुका था। भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुका था। इसलिए सरकार गिर गई यही नहीं उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश को बीमारू राज्य से विकासशील बनाने का काम भारतीय जनता पार्टी लगातार कर रही है। कम से कदम मिलाकर मध्य प्रदेश की जनता भारतीय जनता पार्टी का साथ दे रही है।
यही नहीं केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह उज्जैन से उज्जैन की सातों विधानसभा सीटों को साधने का प्रयास कर रहे हैं जहां पर उन्होंने एक आमसभा को संबोधित किया इस दौरान कांग्रेस पर चमक निशाना साधा उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता से मैं अपील करना चाहता हूं। और मध्य प्रदेश की जनता को पूरी तरह से समझना चाहिए कि उन्हें इस बार किसी मंत्री किसी विधायक या फिर किसी मुख्यमंत्री के लिए मतदान नहीं करना बल्कि मध्य प्रदेश को सुंदर सुशील और भारत ने भविष्य को लेकर वोट डालना है।
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा 18 साल में मध्य प्रदेश में काफी परिवर्तन आया है जब यहां पर कांग्रेस की सरकार रहा करती थी तब मध्य प्रदेश बहुत पीछे था आज 18 सालों की सरकार में बहुत परिवर्तन हो गए है। यही नहीं उन्होंने कांग्रेस की दिग्विजय सरकार पर भी निशाना साधा उन्होंने कहा कि जब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय के कार्यकाल में मध्य प्रदेश में सरकार चल रही थी तब 23000 करोड़ का बजट पेश हुआ करता था लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार में इसे बढ़ाकर 3 लाख 10000 करोड़ का बजट दिया गया जिससे मध्य प्रदेश की जनता खुशहाल रह सके शांति से जीवन यापन कर सके। और हर कदम पर कदम मिलाकर जनता के विकास के लिए देश के विकास के लिए कदम आगे बढ़ा सके।