नई दिल्लीः पीएम नरेंद्र मोदी ने लक्षद्वीप का दौरा किया है, जिसके बाद से वे चर्चा का विषय बने हुए हैं। उनकी इस यात्रा से जुड़ी एक से एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रह है, जो हर किसी का दिल जीत रहे हैं। पीएम मोदी की इन तस्वीरों में लक्षद्वीप का अलग ही नजारा सामने आया है। यहां पहुंचकर पीएम मोदीने स्थानीय लोगों केसाथ समंदर में स्नोरकेलिंग का आनंद लिया।
समंदर चट पर बैठकर क्रिस्टल क्लीयर नीले समंदर के पानी का भी दीदार किया है। इस बीच उन्होंने सभी देशवासियों से अपील की कि वे लक्षद्वीप में अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य का नजारा जरूर लें। लक्षद्वीप का अनोखा नजारा जानने के लिए आपको पूरा आर्टिकल ध्यान से पढ़ना होगा। इसमें हम आपको नए अनोखे नजारे बताएंगे।
जानिए लक्षद्वीप से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
लक्षद्वीप 36 द्वीप समूह से बना एक अद्भुत द्वीप माना जाता है, जहां नीले समंदर सूरज की रोशन से चमचमाते रहते हैं। यह केरल के बाद में समुद्र में सिर्फ 32 वर्ग किलोमीटर तक में विस्तार किए हुए है। इसमें यह सिर्फ 10 आइलेंड पर इंसानों का बसेरा है। लक्षद्वीप भारत का संघशासित राज्य है। केरल के कोच्ची से 220 से 440 किलोमीटर दूर समंदर में स्थित माना जाता है। इसके चारों तरफ हरियाली, नीले समंदर में लिपटे सूर्य के करण और कोरल रीफ लक्षद्वीप की खूबसूरती में चार चांद लगा दिए जाते हैं। इसमें कई पर्यटल स्थल ऐसे हैं जो सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनते हैं।
अगाती आइलैंड
अनाती द्वी कोरल रीफ वाला समंदर का तट माना जाता है, जिसे अगाती को लक्षद्वीप का गेटवे भी कहा गया है। यहां कई कोरल रीफ वाला समंदर का किनारा है,ज हां स्नोरलिंग का आनंद लिया जा सकता है। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने भी स्नोरलिंग का भी मजा लिया।
समंदर में साहसिक भावन रखने वाले लोगों के लिये यह जगह स्कूवा डाइविग और स्नोरलिंग क लिए काफी बढ़िय रहती है। इसके अलावा बंगाराम आइलैंड में कई बीचें और समंदर का पानी बहुत साफ है। यहां का सौंदर्यकरण और शानदार वातावरण लोगों के मन में राज करता है। इसके अलावा शांत समुद्र तट, फिरोजी पानी और कुदरती हरियाली किसी का भी मन मोह सकती है, जहां शांति का अनुभव भी अनोखा है।
वहीं, कावारत्ती लक्षद्वीप की प्रशासनि राजधानी में गिना जाता है। यह लक्षद्वीप की सबसे सांस्कृतिक नगरी भी मानी जाती है। यहां की उजरा मस्जिद सबसे ज्यादा आकर्षण के केंद्र में है। इसे नक्काशीदार लकड़ियों से सुसज्जित किया गया है। कावारत्ती में स्थानीय नृत्य बेहद आकर्षक होते हैं। पूरे लक्षद्वीप के आर्ट कल्चर को यहां पेश करने का काम किया जाता है।