नई दिल्लीः मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की कुर्सी इन दिनों खतरे में दिख रही है, क्योंकि मुल्क की विपक्षी पार्टी ने उनके खिलाफ मोर्चा खेल रखा है। मालदीव की मुख्य विपक्षी पार्टी और संसद में सबसे बड़ा दल मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी(एमडीपी) ने राष्ट्रपित मोहम्मद मुइज्जू के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने का फैसला ले लिया है।
इतना ही नहीं एमडीपी ने मुइज्जू पर महाभियोग चलाने के प्रस्ताव को पेश करने के लिए आवश्यक हस्ताक्षर भी जमा करने का काम कर दिया है। यह सब संसद में चीन समर्थक मुइज्जू के मंत्रिमंडल के चार सदस्यों की मंजूरी पर मतभेदों को लेकर सरकार समर्थक सांसदों और विपक्षी सांसदों के बीच झड़प होते ही हुआ है।
इसलिए अगर अब राष्ट्रपित की कुर्सी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। संसद मोहम्मद मुइज्जू की पार्टी का संख्याबल कोई अच्छा नहीं है। इससे मालदीव की राजनीतिक सरगर्मियां तेजी से बढ़ती जा रही है। अगर वे बहुत साबित करेंगे तो कुर्सी बच जाएगी।
जानिए किसके पास कितने सांसद
एक रिपोर्ट के अनुसार, एमडीपी ने अन्य विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटस के साथ साझेदारी में महाभियोग प्रस्ताव के लिए पर्याप्त हस्ताक्षर जुटाने का काम किया हकै। मालदीव की संसद में सदस्यों की संख्या 87 है। एमडीपी और डेमोक्रेट्स के पास कुल मिलाकर 56 सांसद हैं, इसमें एमडीपी के 43 और डेमोक्रेट के 13 सांसद शामिल हैं।
मालदीव के संविधान के मुताबिक, मालदीव के राष्ट्रपति को हटाने के लिए मजलिस के एक तिहाई सदस्यों द्वारा प्रस्तुत एक प्रस्ताव की आवश्यकता होगी। इसे हटाने के कारण बताए जाते हैं। फिर प्रस्ताव को संसद की कुल सदस्यता के दो-तिहाई लोगों का समर्थन प्राप्त होना जरूरी है। राष्ट्रपति पर 56 मतों से महाभियोग चलाने का काम किया जा सकता है।
रविवार को संसद में हुआ था जमकर बवाल
रविवार को मालदीव की संसद में जमकर हंगामा हुआ तो जहां जमकर लात घूंसे तक पहुंच गई थी। मुख्य विपक्षी एमडीपी ने कैबिनेट पर मतदान से पहले राष्ट्रपति के मंत्रिमंडल के चार सदस्यों के लिए संसदीय मंजूरी रोकने निर्णय लिया गया था। यह सब होता देख सांसदों ने जमकर हंगामा शुरू कर दिया। विपक्षी एमडीपी और डेमोक्रेट संसदीय के फैसले के विरोध में सत्तारूढ़ पार्टी प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव और पीपुल्स नेशनल कांग्रेस गठबंधन से सांसदों ने भी विरोध प्रदर्शन किया। यहां सदस्यों में जमकर मारपीट हुई।