नई दिल्ली– देश में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव उसके पहले कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीटों को लेकर टकराव शुरू हो गया था। इसे लेकर अब समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव की तरफ से बड़ा बयान दिया गया। अब क्या टकराव और बढ़ेगा या फिर यहीं पर टकराव की रार शांत हो जाएगी। यह हम खबर में आपको नीचे बताते हैं।
बता दे की मध्य प्रदेश में सीटों को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच टकराव शुरू हुआ था। टकरा उसे दौरान शुरू हुआ जहां पर समाजवादी पार्टी ने अपने नौ उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था। वहीं पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया इसको लेकर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच टकराव शुरू हो गया था।
अखिलेश यादव ने कांग्रेसियों को धोखेबाज बताया तो कांग्रेसियों ने भी उन पर बयान बाजी शुरू कर दी यही नहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष को चिरकुट नेता तक कह दिया जिसके बाद सियासत तेज हो गई। और कांग्रेस के दिग्गजों की तरफ से बयान आने शुरू हो गए इस पर भी उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने पलटवार करते हुए कहा कि जो अपने पिता का सम्मान नहीं कर पाया वह हमारा सम्मान क्या करेगा। इस तरीके के बयान भी निकाल कर सामने आए।
इस बीच हम आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा बयान दिया उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार को सत्ता से बेदखल करना बड़ी चुनौती माना जा रहा है। अब इसको देखते हुए अखिलेश यादव ने रुक बदला है। यानी कि यह सपा नेताओं की तरफ से शुरू बयान बाजी में विराम लग गया है।
उन्होंने अपने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि कांग्रेस पार्टी को जहां भी समाजवादी पार्टी की जरूरत पड़ेगी समाजवादी पार्टी के नेता कार्यकर्ता कांग्रेस को मदद की जरूरत में उनके साथ खड़े रहेंगे।
सपा प्रमुख के बदले बोल आखिरकार किस तरफ है। यह मायने लगाए जा रहे हैं कि जिस तरह से समाजवादी पार्टी के प्रमुख की तरफ से धोखेबाज कांग्रेसियों को बताया गया। उसके बाद बयान बाजी का दौर शुरू हुआ। लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए अखिलेश यादव के सुर बदल गए है।