नई दिल्ली- गाजीपुर के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी और उनके करीबियों पर प्रशासन का तोड़फोड़ एक्शन जा रही है। अभी पिछले दिनों बांदा प्रशासन ने बांदा जेल में छापेमारी की जिसमें मुख्तार की बैरक की भी जांच की गई थी। मुख्तार के बैरक में कागजातों में जन्म तिथि और नाम में हेराफेरी मिली है। जिसकी वजह से एक नया केस दर्ज हुआ मुख्तार का अभी भी इस मुसीबत से सामना नहीं हुआ था। कि अब उसके करीबी जाकिर हुसैन पर प्रशासन का डंडा चल गया है।
बता दे कि गाजीपुर पुलिस ने शुक्रवार को आई एम 191 मुख्तार अंसारी गैंग के सक्रिय सदस्य जाकिर हुसैन की करीब एक करोड़ की अवैध संपत्ति को कुर्क कर ली है। जिलाधिकारी के आदेश पर गैंगेस्टर एक्ट की धारा 14 के तहत यह कार्यवाही की गई जाकिर हुसैन मुख्तार अंसारी बैंक का सक्रिय सदस्य और इस समय गैंगेस्टर मामले में जेल में निरूद्ध है।
जानकारी के मुताबिक मुख्तार के विकास का स्टेशन के पार्टनर में से एक जाकिर हुसैन ने गाजीपुर के बहरियाबाद थाना क्षेत्र के चक फरीद में लीज के माध्यम से प्लाट संख्या 211 और 212 लिया था जिसका क्षेत्रफल 10000 वर्ग फीट है। इस रूम पर वह संगठित अपराध द्वारा की गई कमाई के माध्यम से पेट्रोल पंप का निर्माण कर और उसे संचालित कराया था। जिसकी बाजार कीमत लगभग एक करोड रुपए है जिसे शुक्रवार को कुर्क कर लिया गया। जाकिर हुसैन पर थाना नंदगंज में सार्वजनिक संपत्ति निवारण अधिनियम के दो मुकदमे और दर्ज है। सदर कोतवाली में गैंगस्टर समय दो मुकदमे और दर्ज हैं। एसपी गाज़ीपुर ओमवीर सिंह ने कुर्की की कार्यवाही करते हुए। पुष्टि करते हुए। बताया कि जिलाधिकारी गाजीपुर के आदेश के बाद यह कार्यवाही की गई है।
आखिरकार अब उत्तर प्रदेश सरकार लगातार अपराधियों के खिलाफ शिकंजा कसती जा रही पहले मुख्तार अति अब उनके करीबियों पर भी लगातार कार्यवाही होती जा रही है। कार्यवाही को लेकर अलग तरीके की चीजें निकल के सामने आ रही है। अब देखने वाली बात यह है कि इस तरीके से क्या कार्यवाही आगे बढ़ती है। और क्या-क्या चीजें निकल कर सामने आती है।