नई दिल्लीः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन(इसरो) इन दिनों नए-नए कीर्तिान रच रहा है, जिसकी चर्चा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में हो रही है। देश की सरकार भी इसरो के वैज्ञानिकों की तारीफ करते नहीं थक रहे हैं। इसरो ने अब एक और बड़ी नई उपलब्धि हासिल कर ली है, जिसे जिसे जानकर आप भी काफी खुश होंगे।
चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के बाद यह दूसरा बड़ा करिश्मा है, जिसकी विदेशी सरजमीं पर भी खूब सराहना हो रही है। इसरो ने 7 सैटेलाइट्स लॉन्च कर दिए हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के श्रीहरिकोटा केंद्र से PSLV-C56 का प्रक्षेपण किया गया है रविवार सुबह 6.30 बजे 7 सैटेलाइट्स रॉकेट लॉन्च किए हैं। साथ ही ISRO की ओर से बताया गया है कि मिशन सफलतापूर्वक किया गया है। PSLV-C56 ने सभी सातों सैटेलाइट को उनकी कक्षाओं में सटीक रूप से प्रक्षेपित किया गया है।
इसरो द्वारा दूसरा सबसे बड़ा मिशन
जानकारी के लिए बता दें कि PSLV-C56 मिशन भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा दो सप्ताह में दूसरा बड़ा मिशन बताया जा रहा है। यह रविवार सुबह आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से प्रक्षेपित कर दिया गया है। इससे पहले इसरो ने 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से चंद्रमा के लिए चंद्रयान-3 रिलीज किया था। इस लॉन्चिंग में DS-SAR मुख्य सैटेलाइट है।
इसे सिंगापुर के डीएसटीए एंड एसटी इंजीनियरिंग की ओर से भेजे का निर्णय लिया गया है। सिंगापुर की डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी एजेंसी. एक बार यह सैटेलाइट तैनात हो गया और काम करने लगा तो यह सिंगापुर की सरकार को नक्शे बनाने में सहायता करेगा। इससे सैटेलाइट तस्वीरें लेना बहुत आसान हो जाएगा।
भारतीय अंतरिक्षा अनुसंधान संगठन इन दिनों दुनियाभर में चर्चा का विषय बना हुआ है, जिस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। दूसरी ओर अगर इसरो का चंद्रायन-3 की सफल लैंडिंग हुई तो फिर यह किसी बड़े कीर्तिमा से कम नहीं होगी, जिस पर अब सभी की नजरें टिकी हुई हैं। साल 2019 में चंद्रयान-2 को मून पर भेजा गया था, लेकिन लैंडिंग के दौरान संपर्क टूटने से असफल हुआ था।