Imran Khan in Jail: चीफ़ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान के ब्लैंकेट कवर के बावजूद इमरान खान की मुश्किलें और बढ़ चुकी हैं। 9 और 10 मई को मियांवाली, क्वेटा एयरबेस के अलावा लाहौर कोर कमाण्डर हाउस पर हमला और आर्मी हेड क्वार्टर हमले के मामले में इमरान खान के ख़िलाफ़ पाकिस्तान आर्मी एक्ट की धारा 59/60 के तहत मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है। इस मुक़दमे का ट्रायल मिलिट्री समरी कोर्ट में किया जाएगा। यह मुक़दमा पाक फ़ौज की चीफ़ असीम मुनीर के उस बयान के बाद किया गया है जिसमें उन्होंने दंगाईयों के ख़िलाफ़ आयरन फिस्ट्स इस्तेमाल करने की बात कही थी। इसलिए इमरान खाना का जेल (Imran Khan in Jail:) जाना तय माना जा रहा है।
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मिलिटरी समरी कोर्ट में आर्मी के जज जर्नल होते हैं। सजा पर आख़िरी दस्तख़त आर्मी चीफ़ का होता है। ऐसा माना जा रहा है कि इस केस में दोषी साबित होने पर इमरान खान को (Imran Khan in Jail) फाँसी या फिर उम्र क़ैद की सज़ा हो सकती है। हालांकि पाकिस्तानी सरकार, डीजी आईएसपीआर या पाकिस्तानी मीडिया ने खुलकर इस ख़बर पर कोई बात नहीं की है, लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि इमराम खान के खिलाफ (Imran Khan in Jail) पाकिस्तान आर्मी एक्ट की धारा 59/60 के तहत मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है।
ध्यान रहे, भारत के रिटायर्ड नेवी अफ़सर कुलभूषण जाधव के ख़िलाफ़ भी पाकिस्तानी आर्मी एक्ट की सेक्शन 59 के तहत मुक़दमा दर्ज किया गया था। पाकिस्तान के कुछ जर्नलिस्ट्स का कहना है कि मौलाना फजलुर्रहमान के धरने के ऐलान और पंजाब-केपीके में चुनाव न कराने पर सुप्रीम कोर्ट में शहबाज़ सरकार के ख़िलाफ़ कंटेम्पट की सुनवाई और पार्लियामेट चीफ़ जस्टिस के ख़िलाफ़ कार्रवाई का प्रस्ताव पारित हो सकता है। इसलिए पाक फ़ौज इमरान खान (Imran Khan in Jail) के ख़िलाफ़ की गई कार्रवाइयों को ख़ुफ़िया तौर पर अंजाम दे रही है।
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इमरान खान भले ही जमान पार्क में अपने घर में बैठे हुए हैं लेकिन उनकी पार्टी के लगभग सभी बड़े ओहदेदार जेलों बंद हो चुके हैं। जो बचे हैं पुलिस और रेंजर्स उन्हें गिरफ्तार कर रहे है। इसके अलावा एक और बड़ा डेवलपमेंट हुआ है कि सिंध की गवर्नमेंट ने आर्टिकल 78 के साथ आर्मी की तैनाती अर्ज़ी शहबाज़ सरकार के पास भेजी है। इसका मतलब है कि सिंध में किसी शख़्स की गिरफ़्तारी के लिए या कार्रवाई के लिए आर्मी को डीएम या एसपी की हिदायत या हुक्म की ज़रूरत नहीं होगी।
पीटीआई के सेकेंड लाइन के नेताओं का कहना है कि इमरान खान (Imran Khan in Jail) सुप्रीम कोर्ट का ब्लैंक्ट कवर लेकर जन्नत में बैठे हैं और उनके ओहदेदार, हमराह जेलों में जहन्नुम आग झेल रहे हैं। पीटीआई के लीडरों सहित 5000 लोग अभी तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। बाक़ी की शिनाख्त और गिरफ़्तारी जारी है।
ऐसा भी माना जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट के चीफ़ जस्टिस सरकार या आर्मी के ख़िलाफ़ कोई कदम उठाते हैं तो आर्मी राष्ट्रपति आरिफ़ अल्वी, चीफ़ जस्टिस उमर अता बंदयाल और उनके गुट के जजेज के ख़िलाफ़ सीधी कार्रवाई कर सकती है। यानी 15 मई को पाकिस्तान में आर्मी कू भी हो सकता है। सत्ता में बैठी पीडीएम पहले ही आर्मी के किसी भी फ़ैसले पर अपनी हामी भर चुकी है।