विपिन कुमार, नई दिल्लीः देशभर में अब सभी राजनीतिक पार्टियां लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हैं। विपक्षी राजनीतिक दल एकजुट होकर एनडीए को सत्ता से हटाने के लिए एड़ी से चोटी तक जोर लगा रहे हैं। सियासी मंच और रातों रात टेलीफोन पर नेता नए-नए समीकरण बनाने में लगे हैं। कांग्रेस समेत 26 राजनीतिक दलों ने एनडीए को घेरने के लिए गठबंधन तैयार किया है, जिसका नाम इंडिया रखा गया है।
इंडिया का संयोजक कौन होगा यह सभी के मन में सवाल पनप रहा है। इंडिया की अगली बैठक 30 अगस्त को मुंबई में होनी है, जहां गैर बीजेपी सहित तमाम राजनीतिक दलों इकट्ठा होंगे। माना जा रहा है कि मुंबई में होने वाली इंडिया की बैठक में कुछ बड़े ऐलान हो सकते हैं। लोकसभा चुनाव से पहले सभी की नजरें यूपी पर हैं। इसकी वजह कि राज्य में लोकसभा की 80 सीटें आती हैं। सपा, कांग्रेस और लोकदल तो अभी एक मंच पर दिख रहे हैं, लेकिन कुछ राजनीतिक दलों की कोशिश है कि बसपा को भी साथ लिया जाए। अगर बसपा साथ आती है तो फिर एनडीए के खिलाफ इंडिया की ताकत यूपी में बढ़ सकती है।
क्या बसपा होगी इंडिया में शामिल?
यूपी की बड़ी पार्टियों में गिने जाने वाली बसपा क्या इंडिया गठबंधन का हिस्सा होगी, जो सवाल सभी के जेहन में एक प्रश्नवाचक चिन्ह बना हुआ है। कांग्रेस के कुछ नेताओं की बात करें तो बसपा को भी इंडिया गठबंधन में शामिल करने की वकालत कर रहे हैं। दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी कई बार कह चुके हैं कि बीजेपी को हराने के लिए सभी दलों को बड़ा दिल दिखाना होगा।
अखिलेश यादव ने विधानसभा चुनाव 2022 में कहा था कि सपा आगे किसी भी बड़े दल से गठबंधन नहीं करेगी, क्योंकि उनका तालमेल सही नहीं रहा। राजनीतिक विषम परिस्थितियों का खेल है, बसपा को शामिल करने की अंदर ही अंदर पूरी कोशिश हो रही है। अगर ऐसा हुआ तो फिर सीट शेयरिंग भी बड़ी दिक्कतें खड़ी हो सकती हैं। दूसरी ओर बसपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा होगी या नहीं, आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा गया है।
यूपी में सीट शेयरिंग बड़ा सवाल
अगर बसपा को इंडिया गठबंधन का हिस्सा बनाया जाता है तो फिर सीट शेयरिंग एक बड़ा मुद्दा बन सकता है। बीते चुनाव में वोट शेयर की बात की जाए तो सपा और बसपा बड़े दलों में शामिल हैं। दूसरी ओर राष्ट्रीय लोकदल का सिंबल खत्म होने से पार्टी पश्चिमी यूपी में करीब 12 सीटों की मांग कर सकती है।
बसपा के साथ आने से क्या सपा और कांग्रेस लोकदल को 12 सीटें देंगे? इतना ही नहीं कांग्रेस रायबरेली और अमेठी के अलावा भी कई सीटों पर दावा ठोक सकती है। बसपा और सपा क्या कांग्रेस को 2 सीटों से ज्यादा देना पसंद करेंगे। ऐसे कई सवाल हैं जो इंडिया गठबंधन की मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।