नई दिल्लीः राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट आज अपना 46वां जन्मदिन मना रहे हैं। राजस्थान कांग्रेस कार्यकर्ता भी जगह पार्ट कार्यालयों में जग केक काटकर खुशी का इजाहर कर जन्मदिन की शुभकामनाएं दे रहे हैं। राजस्थान से लेकर दिल्ली तक सचिन पायलट को लोग बधाई दे रहे हैं। दूसरी आज सचिन पायलट की जिंदगी किसी संघर्ष की कहानी से कम नहीं है, जिन्होंने कम में उम्र में ही बड़ी सफलता हासिल की।
राज्य कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष से लेकर केंद्रीय मंत्री बनने तक का सपनना यूं ही साकार नहीं हो गया इसके पीछे उनकी मेहनत और लग्न को माना जाता है। क्या आपको पता है कि सचिन पायलट ने कुल 22 साल की उम्र में पिता को खो दिया था, जिसके बाद उनके पास चुनौतियां थीं जिनसे लड़कर शानदार पहचान बनाई।
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इस समय देश के केंद्र में राजस्थान की राजनीति है। इस राजनीति के केंद्र में हैं अशोक गहलोत और सचिन पायलट। चर्चा थी अशोक गहलोत के कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री की कमान सचिन पायलट को सौंपी जाएगी। कांग्रेस आलाकमान को ये एक लाइन में लिखी हुई बात जितनी आसान लग रही थी, उतनी थी नहीं।
26 साल की उम्र में बनें लोकसभा सांसद
कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की सूच में शामिल सचिन पायलट की जिंदी किसी संघर्ष की कहानी से कम हीं है। सचिन पायलट जब 22 साल के थे तो उनके पिता की मौत हो गई थी, जिसके बाद वह टूट गए। पिता की मौत सड़क दुर्घटना में हुई थी। यही वो समय रहा जब सचिन पायलट ने पिता की विरासत संभालने के बाद राजनीति में कदम रखा।
राजनीतिक में उनकी शुरुआत काफी अच्छी रही, क्योंकि 2004 के आम चुनाव में महज 26 साल की आयु में लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे। इसी वर्ष कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी पहली बार लोकसभा पहुंचे थे। यहीं दोनों की दोस्ती हो गई। पार्टी के कार्यक्रमों में दोनों को एक साथ देखा जाता है।
केंद्र में मिली बड़ी जिम्मेदारी
मेहनत और लग्न के साथ सचिन पायलट का कद लगातार बढ़ता चला गया। कांग्रेस समर्थित मनमोहन सरकार में वे साल 2012 से 2014 तक केंद्रीय एवं सूचना प्रौद्योगिकी मिनिस्टर भी रहे। इससे पहले साल 2013 में कांग्रेस राजस्थान का विधानसभा चुनाव हार गई थी, जिसके बाद 2014 लोकसभा चुनाव भी पार्टी के लिए अपशुगन रहे। इतना ही नहीं सचिन पायलट खुद अपनी सीट हार गए।
किसी फिल्मी कहानी की तरह है सचिन पायलट की लव स्टोरी
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की प्रेम कहानी भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है, जो सबको चौंका देती है। सचिन पायलट तब अमेरिका की पेंसिलवानिया यूनिवर्सिटी के व्हॉर्टन स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे, तो उनकी मुलाकात जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला की बहन सारा से हुई। मुलाकात ऐसी रही कि जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था।
मुलाकात के बाद पहले दोस्ती हुई और फिर प्यार में बदल गई। इसके बाद सचिन ने तो अपने परिवार को शादी के लिए तैयार कर लिया, लेकिन सारा का परिवार लगातार इसका विरोध कर रहा था। इसके सात ही साल 2004 में पायलट की सारा से शादी हुई। अब्दुल्ला परिवार ने शादी को मान्यता देने से ही इनकार कर दिया।