नई दिल्ली- G-20 की अध्यक्षता करने वाले भारत में शिखर सम्मेलन का आगाज हो गया है। जिसको लेकर धरती से लेकर आसमान तक सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किए गए आज पहले दिन की बैठक शुरू हो चुकी है। जिसमें भारत अध्यक्षता कर रहा है यह पूरा कार्यक्रम दिल राजधानी दिल्ली में हो रहा है। बैठक से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक नेताओं की अगवानी की है। इसके बाद g20 को लेकर बैठक का आगाज कर दिया।
देश की राजधानी में दो दिनों तक चलने वाले g20 सम्मेलन की तैयारी पिछले कई महीनो से चल रही है। जिस दिन का था इंतजार आज वह घड़ी आ गई। प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित करते हुए सबसे पहले मोरक्को में आए भीषण भूकंप पर अपनी संवेदना जताई उसके बाद उन्होंने कहां की हम प्रार्थना करते हैं। कि सभी घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हो जाए। आगे उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में पूरा विश्व समुदाय मोरक्को के साथ है। हम उन्हें हर संभव सहायता पहुंचाने के लिए पूरी तरीके से तैयार है।
आगे संबोधन में पीएम ने कहा कि 21वीं सदी का यह समय पूरी तरह से नई दुनिया नई दिशा दिखाने वाला है और नई दिशा देने वाला है। यह एक महत्वपूर्ण समय वह समय है जब सालों पुरानी चुनौतियां हमसे नई समाधान मांग रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि यूक्रेन युद्ध ने विश्वास की कमी कमी को और गहरा कर दिया। इसे एक दूसरे पर विश्वास में बदलने का समय पूरी तरह से आ गया है। पीएम ने पूरी दुनिया से इसे एक दूसरे पर विश्वास बदलने की अपील की। पीएम मोदी ने आगे कहा यह ऐसा समय है जब सालों पुरानी चुनौतियां हमसे नई समधन मांग रही और इसलिए मानव केंद्रित दृष्टिकोण के साथ हमें अपनी जिम्मेदारियां को पूरा करने के लिए आगे बढ़ना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि आज भारत 20 देश की अध्यक्षता कर रहा है। और देश के बाहर इंक्लूजन का सबका साथ का प्रतीक बन गया।
देश के करोड़ नागरिक और भारतीय इससे जुड़े हुए देश के साथ से अधिक शहरों से 200 से अधिक बैठकर इस कार्यक्रम को लेकर हुई सबका साथ ही भावना से ही भारत ने प्रस्ताव रखा था। कि अमेरिका यूनियन को g20 की सदस्यता दी जाए मेरा पूरा विश्वास है। कि इस प्रस्ताव पर हम सब की सहमति हो गई। आप सब की सहमति से मैं अफ्रीकन यूनियन के अध्यक्ष को g20 के अस्थाई सदस्य के रूप में अपना स्थान ग्रहण करने के लिए आमंत्रित करता हूं।
बता दे कि देश में पहली बार नई दिल्ली में हो रहा है। इस वैश्विक शिखर सम्मेलन के लिए हर स्तर पर व्यापक तैयारियां की गई है सुरक्षा व्यवस्था के कड़े प्रबंध किए गए है। भारत मंडपम और इसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम है।