नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पूर्व दिग्गज क्रिकेटर इमरान खान की मुसीबतें इन दिनों बढ़ती हुई नजर आ रही है। इमरान खान ने 8 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए अपना नामांकन पत्र खारिज किए जाने को चुनौती दी है। पाकिस्तान में 8 फरवरी को आम चुनाव होने वाला है।
पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने 8 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए पंजाब प्रांत की दो नेशनल असेंबली सीटों के लिए उनके नामांकन पत्र की अस्वीकृति को चुनौती देते हुए बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की। इमरान खान को ‘तोशाखाना’ मामले में 14 साल जेल की सजा सुनाई गई है।
इससे पहले उन्हें दोषी सिद्ध होने के बाद उनको 10 साल की सजा सुनाई गई थ। यानी पूर्व दिग्गज क्रिकेटर इमरान खान को 2 बार सजा सुनाई गई है। 71 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर से नेता बने ने कागजात की अस्वीकृति के खिलाफ इस महीने की शुरुआत में लाहौर उच्च न्यायालय (एलएचसी) में एक याचिका दायर की थी, जिसे अदालत ने खारिज कर दिया था।
1992 वनडे वर्ल्ड कप विजेता कप्तान इमरान खान को 14 साल जेल की सजा सुना दी गई है। इमरान खान को बतौर प्रधानमंत्री जो गिफ्ट मिले थे, उन्हें उन्होंने उनको उन्होंने टैक्स में घोषित किया नहीं किया था और उसे बेच डाला था।
23 करोड़ रुपए का जुर्माना
इमरान खान को इस मामले में टोटल 23 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। इमरान खान की लगातार मुसीबतें बढ़ती ही चली जा रही है। आपको बताते चले कि इमरान खान पर पहले से ही किसी भी राजनीतिक पद के लिए चुनाव लड़ने पर पाबंदी लगाई गई थी, लेकिन अब उसे बढाकर 10 साल कर दिया गया है।
इमरान खान की कानूनी मुश्किलें में वृद्धि
अप्रैल 2022 में प्रधानमंत्री पद से अविश्वास मत के बाद, इमरान खान को नए संघर्षों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उनके खिलाफ सौ से अधिक मामले दर्ज हो गए हैं. इस बार कुछ अलग है, क्योंकि कानूनी व्यवस्था ने पहली बार इमरान की पत्नी, बुशरा बीबी को भी जेल की सजा सुनाई है।
बुशरा बीबी को मिली 14 साल की सजा
इमरान खान की पत्नी, बुशरा बीबी को इमरान के साथ मिलकर कई मामलों में दोषी ठहराया गया है और इसके परिणामस्वरूप, उन्हें 14 साल की कड़ी सजा सुनाई गई है। यह मामला इमरान के लिए एक नया चुनौतीपूर्ण मोड़ है, जो उनके राजनैतिक करियर को और भी जटिल बना रहा है।
सजा के बाद, इमरान खान या उनके वकीलों द्वारा तत्काल कोई बयान जारी नहीं किया गया है। हालांकि, अनुमान है कि वे जल्दी ही इस फैसले के खिलाफ अपील कर सकते हैं और न्यायिक प्रक्रिया को आगे बढ़ा सकते हैं।
इस मुश्किल समय में, इमरान खान के पक्ष से कोई आधिकारिक बयान आना अभी बाकी है। इमरान खान और उनकी पत्नी को दस साल तक किसी भी सार्वजनिक पद पर रहने से रोक दिया गया और प्रत्येक पर 787 मिलियन रुपये का जुर्माना लगाया गया।