नई दिल्लीः अयोध्या में बने श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की घड़ी नजदीक आ गई है। अब ऐतिहासिक पलों का इंतजार खत्म होने जा रहे हैं, जिसमें केवल एक ही दिन बचा है। दुनियाभर में भव्य कार्यक्रम की गूंज सुनाई देगी, जिसमें देश के बड़ी-बड़ी हस्तियां शामिल होंगी।
तमाम नामचीन लोगों को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए ट्र्रस्ट की ओर से निमंत्रण पत्र भेजे गए हैं। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर भी चाक चौबंद बंदोस्त किए गए हैं। खुद पीएम नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के यजमान होंगे।
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दूसरी ओर इसमें वे कार सेवकों के परिवार भी शामिल होंगे, जो गोधरा ट्रेंड अग्निकांड में जलकर मारे गए थे। विहिप के पदाधिकारियों ने इस बात की जानकारी साझा की है। गुजरात से ही भी बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित किाय गया है, जो कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
19 कारसेवकों के परिजन होंगे शामिल
अयोध्या में बना भव्य राम मंदिर के भू ग्रह में श्रीम राम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी यानी कल सोमवार को होनी है। इसमें गुजरात साल 2002 के गोधरा ट्रेंनकांड में अपनी जान गंवाने वाले 59 लागों में 19 ऐसे थे तो जो कारसेवक थे, जिन्हें भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में आमंत्रित किए गए हैं।
विहिप के एक पदाधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुजरात से अन्य आमंत्रित लोगों में 320 संत और 105 गणमान्य अतिथि शामिल होंगे। विहिप के गुजरात महासचिव ने बताया कि राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रित लोगों में उन कारसेवकों के परिजन भी शामिल हैं जो गोधरा रेलवे स्टेशन के पास उपद्रवियों द्वारा मारे गए थे। ये सभी कारसेवक अयोध्या से अहमदााद के लिए जा रहे थे।
साल 2002 में ट्रेन जलाने में गई थी जान
साल दो 2002 में ट्रेन गाड़ी में आग लगाने की घटना से 59 कार सेबकों की मौत के बाद हाहाकार मच गया था। इस घटना को गुजरात के इतिहास में सबसे भयंकर दंगा माना जाात है। इसमें करीब 1000 से ज्यादा लोगों की जान गई थी। गुजरात विहिप महासचिव अशोक रावल ने जानकारी देते हुए कहा कि VHP ने राम मंदिर निर्माण के लिए 225 करोड़ रुपये का दान एकत्र करके इस पुनित काम में अपना योगदान देने का काम किया गया है।
जानकारी के लिए बता दें कि 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचे के विध्वंस के बाद साल 2002 को गुजरात का गोधरा ट्रेन अग्निकांड हमेशा के लिए दर्ज हो गया। इस दिन गोधरा रेलवे स्टेशन पर खड़ी साबरमती एक्सप्रेस में उपद्रवियों ने आग लगाई थी। इसमें 59 कारसेवकों की भी जलकर जान चली गई थी। कारसेवकों में महिला और बच्चे भी शामिल थे।