नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के आउटर नॉर्थ जिले में तैनात एसीपी के बेटे लक्ष्य चौहान के गुमशुदगी के मामले को लेकर हलचल मची हुई है। हाल ही में पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी अभिषेक को गिरफ्तार किया है, जिसने खुलासा किया कि लक्ष्य चौहान को उसके दोस्तों ने ही कथित तौर पर पानीपत की नहर में धक्का देकर मार दिया है।
पुलिस ने शुक्रवार को एफआईआर में हत्या की धारा जोड़ दी है। अभिषेक ने बताया कि लक्ष्य ने उससे पैसे उधार लिए थे जो वह वापस नहीं दे रहा था। इस पर परेशान होकर, उसने अपने दोस्त विकास को इस बारे में बताया और दोनों ने मिलकर लक्ष्य की हत्या करने का प्लान बनाया। पुलिस ने अभी तक अभिषेक को ही गिरफ्तार कर पाया है, जबकि इस केस के मुख्य आरोपी को पकड़ना अभी बाकी है।
शादी से वापस आते वक्त दिया प्लान को अंजाम
सबसे पहले अभिषेक ने 22 जनवरी को 3.30 मिनट पर मुकरबा चौक पर पहुंचा, जहां से वह लक्ष्य के साथ शादी के लिए निकला। रास्ते में ही वह अपने दोस्त विकास को भी साथ ले लिया और तीनों भिवानी हरियाणा में शादी अटेंड करने पहुंचे। हत्या के बाद, विकास नरेला छोड़कर भाग गया है, जिसकी तलाश पुलिस छापेमारी कर रही है।
आपको बता दें कि पीड़ित की पहचान 26 वर्षीय वकील लक्ष्य चौहान के रूप में की गई है, जो तीस हजारी अदालत में प्रैक्टिस करता था। उनके पिता एसीपी (ऑपरेशंस) के पद पर तैनात हैं। एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि दूसरा फिलहाल फरार बताया जा रहा है।
पुलिस के मुताबिक, इसका कारण मौद्रिक विवाद था। एक पुलिस सूत्र ने कहा कि 22 जनवरी की शाम को चौहान और उसके दो दोस्त, विकास भारद्वाज और अभिषेक (19), अपनी कार में हरियाणा के भिवानी में एक शादी के लिए गए थे। उसके बाद, से ही चौहान लापता हो गया और उसके परिवार को पता चला कि उसका फोन बंद हो गया है।
इन धाराओं के आधार पर गिरफ्तार हुआ अभिषेक
उन्होंने उसकी तलाश की और उसके दोस्तों और परिचितों से संपर्क किया, लेकिन किसी को भी उसके ठिकाने के बारे में कोई सुराग नहीं मिला। 23 जनवरी की रात करीब 11.20 बजे, चौहान के पिता ने समयपुर बादली पुलिस स्टेशन में ‘गुमशुदगी’ की रिपोर्ट दर्ज कराई। आईपीसी की धारा 365 और धारा 368 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस ने अभिषेक को अपनी गिरफ्त में कर लिया है, जो नरेला के जवाहर कैंप में रहता है और कपड़े बेचता है। पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) रवि कुमार सिंह ने कहा कि जांच के दौरान, उसने उन्हें बताया कि वह पारिवारिक तलाक के एक मामले में तीस हजारी अदालत में क्लर्क भारद्वाज के संपर्क में आया था।
अभिषेक ने पुलिस को बताया कि भारद्वाज ने 22 जनवरी को उससे संपर्क किया और उसे चौहान के साथ सोनीपत में एक विवाह समारोह में आने के लिए कहा। सिंह ने कहा, ”भारद्वाज ने अभिषेक को यह भी बताया कि चौहान ने उससे पैसे उधार लिए थे और जब उसने उसे वापस करने के लिए कहा, तो उसने इनकार कर दिया और दुर्व्यवहार किया।