नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में इस समय लोगों का जीना बेहाल हो रखा है। लोगों की जिंदगी पर वायु प्रदूषण का बहुत ही गन्दा असर देखने को मिल रहा है।
वायु प्रदूषण की वजह से दिल्ली की स्थिति और भी ज्यादा खराब है। दिल्ली में रहने वाले लोग जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर हो रहे हैं। अब तो डॉक्टर्स ने भी पॉल्यूशन से बचने के लिए सलाह देनी शुरू कर दी है।
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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा शुक्रवार सुबह 8 बजे प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, नई दिल्ली में एक्यूआई ‘गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है, जो 466 पर दर्ज किया गया है।
मुंडका में वायु प्रदूषण सबसे अधिक AQI 498 दर्ज किया गया, इसके बाद बवाना में 496 दर्ज किया गया। इस सीजन में पहली बार गुरुवार को दिल्ली की वायु गुणवत्ता गिरकर ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि सभी प्राथमिक विद्यालय अगले दो दिनों तक बंद रहेंगे। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, AQI जो “गंभीर” (401 से 500) है। मौजूदा बीमारियों वाले लोगों को इससे खासतौर पर बचने की जरुरत है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गुरुवार शाम 5 बजे दिल्ली का (AQI) 402 था। धुंध की वजह से सूरज छिप गया। आज और कल यानी शुक्रवार और शनिवार को प्राइमरी भी बंद रहेंगे।
दिल्ली के आसपास के इलाके पराली जलाने को भी प्रदूषण बढ़ने का कारण बताया जा रहा है। नोएडा, गुरुग्राम और आस-पास के इलाकों में भी हवा में धुंध देखने को मिल रही है। सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल पैनल ने बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए (GARP-3) को लागू कर दिया है।
शहर में डीजल ट्रकों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है। परिवहन विभाग ने कहा कि बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल वाहनों पर 20,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। इन वाहनों पर प्रतिबंध गुड़गांव, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के आसपास के इलाकों में भी लागू होगा।
मुंबई AQI ‘मध्यम’ पर
इस बीच, मुंबई का एक्यूआई शुक्रवार सुबह 171 दर्ज किया गया है। गुरुवार की सुबह शहर का एक्यूआई 160 (मध्यम) दर्ज किया गया। पिछले कुछ दिनों से द्वीप शहर में प्रदूषण का स्तर मध्यम श्रेणी में है। चूंकि शहर लगातार गिरती हवा की गुणवत्ता से जूझ रहा है, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) पांच स्थानों पर वायु शोधक स्थापित करने की योजना बना रहा है।