नई दिल्लीः चक्रवात तूफान बिपरजॉय इन दिनों लोगों की आफत बना हुआ है, जिसे देखते हुए गुजरात से केरल तक अलर्ट जारी किया गया है। तूफान से किसी प्रकार की अनहोनी ना हो एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को भी तैनात कर दिया गया है। अभी से ही तूफान से प्रभावित इलाकों की आशंका को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का सिलसिला शुरू हो गया है।
इतना ही नहीं देश के रक्षा मंत्री ने तीनों सेना प्रमुखों से तूफान से निपटने के लिए बातचीत की है। इसका असर देश के कई राज्यों में देखने को मिल रहा है। पेड़ जड़ से गिरने के साथ खंभे भी बड़ी संख्या3 में क्षतिग्रस्त हुए हैं। आने वाले दिन इसका और भी ज्यादा प्रभाव देखने को मिल सकती है। इस बीच भारतीय मौसम विभाग(आईएमडी) ने देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी कर दी है।
इतनी ट्रेनें रद्द
चक्रवात तूफान बिपरजॉय के खतरे को देखते हुए अब तक 69 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे ने यह फैसला लिया है। इसमें 33 ट्रेनों को शॉर्ट-टर्मिनेट किया गया है, जबकि 27 ट्रेनों को शॉर्ट-ऑरजिनेट करने का दिशा-निर्देश जारी किया गया है। प्रभावित वाले इलाकों पर एनडीआरएफ के जवान तैनात कर दिए हैं, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।
जानिए कहां तबाही मचाएगा तूफान
आईएमडी के मुताबिक, 125-135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की चेतावनी जारी कर दी गई है। इसके साथ ही 150 किमी प्रति घंटे तक चलने की संभावना जताई गई है। अब तक करीब 30,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा चुका है। बिपरजॉय भारत के पश्चिमी तट की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
वीरवार यानि 15 जून तक इसके गुजरात के तट पर पहुंचने की संभावना है। पश्चिमी तट पर मुंबई से लेकर कच्छ तक समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठती दिखाई दे रही हैं। इसके साथ ही गुजरात और महाराष्ट्र के साथ ही 9 राज्यों पर इसका असर देखने को मिल सकता है।
तूफान के 15 जून की शाम तक गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ से गुजरने की चेतावनी जारी कर दी गई है। वहीं, कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी के चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित होने की संभावना बनी हुई है।