नई दिल्ली। गर्मियों के मौसम में दही, छाछ और लस्सी की डिमांड कुछ ज्यादा ही बढ़ जाती है। गर्मी के दिनों में ज्यादातर लोग लंच या डिनर में दही खाना पसंद करते हैं। रोज सुबह नाश्ते में दही खाने से शरीर को एनर्जी मिलती है। दही में काफी अधिक मात्रा में प्रोबायोटिक्स मौजूद होते हैं। कुछ लोग ऐसे होते हैं जो खाना खाने के बाद दही खाते ही हैं। दही खाने के कई तरह के फायदे भी होते हैं। दही का सेवन करने से आपका मोटापा भी कम होता है। इसके अलावा आपकी हड्डियां भी मजबूत होती हैं।
कोलेस्ट्रॉल भी आपका सही रहता है।
लेकिन दही का अधिक मात्रा में सेवन नहीं करना चाहिए, वरना आपको फायदे की जगह इसके नुकसान होने लग जायेंगे। कुछ मामलों में, अत्यधिक मात्रा में दही खाने या खराब दही खाने से पेट खराब हो सकता है, जिसमें उल्टी, दस्त या पेट में ऐंठन जैसे लक्षण शामिल हैं। दही में कैल्शियम होता है, जो एंटीबायोटिक्स जैसी कुछ दवाओं के साथ इंटरेक्शन कर सकता है। यदि आप कोई दवा ले रहे हैं, तो यह सलाह दी जाती है कि दही या अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स का ना लेने का।
दही कब नहीं खानी चाहिए
- कई दिन की बासी और खट्टा दही हमें नहीं खाना चाहिए। वरना आपके पेट खराब हो सकते हैं।
- रात के वक्त छाछ और दही भूल से भी नहीं खाना चाहिए।
- कभी भी नॉनवेज खाते समय आपको गलती से भी दही नहीं खानी चाहिए।
- सर्दी , जुकाम , खांसी , कफ में दही का सेवन गलती से भी ना करें।
- स्किन से जुड़ी किसी तरह की बीमारी में दही एकदम न खाएं।
- शरीर में किसी भी तरह की सूजन हो तो दही का सेवन गलती से भी ना करें।
- बदलते मौसम में दही नहीं खाना चाहिए