नई दिल्ली। अपनी बोल्डनेस के लिए मशहूर एक्ट्रेस और मॉडल पूनम पांडे की मौत ने बीते दिनों सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी थी। इस खबर के सामने आने के बाद हर कोई हैरान हो गया था। किसी को भी इस खबर पर यकीन करना मुश्किल हो रहा था।
बीते दिनों 2 फरवरी को खबर आया कि एक्ट्रेस पूनम पांडेय का Cervical Cancer से निधन हो गया, जिसके बाद फैंस के बीच मातम छा गया था, लेकिन अब पूनम पांडेय ने एक वीडियो शेयर कर खुद बताया कि वो जिंदा हैं।
आपको बता दें कि पूनम की मौत की खबर के बाद से लोगों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया था। लोगों को ऐसा लगने लगा था कि ये पक्का पब्लिसिटी स्टंट है। लोगों के दिमांग में मौत की खबर सुनने के बाद कई तरह के सवाल उठने शुरू हो गए थे।
बताया गया था कि पूनम पांडेय सर्वाइकल कैंसर से जूझ रही थीं और जिसके कारण उन्होंने अपना दम तोड़ दिया था। लेकिन, अब पूनम पांडेय एकदम सही हैं। 1 फरवरी को अंतरिम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सर्वाइकल कैंसर वैक्सीन लगवाने का भी बड़ा फैसला लिया है।
देशभर में 9-14 साल की बच्चियों को मुफ्त में ये वैक्सीन लगायी जाएगी। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कितना खतरनाक होता है सर्वाइकल कैंसर? और आप इसका कैसे कर सकते हैं बचाव और क्या है लक्षण?
क्यों होता है सर्वाइकल कैंसर:
सर्वाइकल कैंसर का मुख्य कारण होता है हाई रिस्क ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) इन्फेक्शन, जो शारीरिक संपर्क के द्वारा हो सकता है और एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में ट्रांसमिट हो सकता है।
लक्षण और डिटेक्शन
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण स्वास्थ्य एक्सपर्ट स्क्रीनिंग के माध्यम से ही पहचाने जा सकते हैं, क्योंकि इसमें कोई स्पष्ट लक्षण नहीं होते हैं। भारत में, यह अक्सर तीसरी या चौथी स्टेज पर ही पहचाना जाता है, जिससे अधिकांश महिलाएं इससे पहले ही अवगत नहीं होती हैं। बार-बार पेशाब लगना और पेशाब के दौरान दर्द होना। पेल्विक हिस्से में अक्सर दर्द बने रहना।
बचाव और उपाय
डॉक्टर के मुताबिक, सर्वाइकल कैंसर से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है वैक्सीन। बच्चियों और बच्चों को इस वैक्सीन को इंफेक्शन से पहले ही लगवा देना चाहिए। भारतीय सर्वाइकल कैंसर सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन 98% कारगर है और इसे फिजिकल इंटरकोर्स से पहले ही लगवाया जाना चाहिए।
लड़कियों को 9 से 14 साल की आयु में इसे लगवाना सबसे अच्छा है, लेकिन 46 साल की आयु तक भी टीका लगवाया जा सकता है। स्क्रीनिंग भी समय-समय पर करवाना इस कैंसर से बचने का एक महत्वपूर्ण उपाय हो सकता है।