नई दिल्लीः देश में जब माफियाओं को जिक्र होता है तो दिवंगत अतीक अहमद का जिक्र जरूरी आता है। अपराध और खूंखार दुनिया के साथ-साथ राजनीतिक के रास्ते विधानसभा और संसद तक का सफर करने वाला अतीक अहमद का काला अध्याय किसी से छुपा नहीं है।
लोगों डराकर धमकाकर और बंदूकों के दम पर जबरन बेनामी संपत्ति पर कब्जा करना उसका पेशा हुआ करता था। जो उसके सामने आता, रातों रात उसकी हत्या करवा देना जिंदगी से जुड़ चुका है। पुलिस प्रशासन या फिर किसी व्यक्ति की क्या मजाल जो उसका बाल बांका कर सके।
कहते हैं ना कि जब बुरे कामों का अंत होता है तो दुनिया की कोई ताकत उसका विनाश होने से नहीं बचा सकती जो अब देखने को मिल रहा है। अतीक अहमद की हत्या के बाद भी उसके कारनामे पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। सरकार द्वारा माफिया की अवैध संपत्ति को कुर्क किया जा रहा है या फिर बुलडोजर से जमींदोज करती दिख रही है। इस बीच एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जो सबको चौंकाने के लिए काफी है।
सरकार ने एक और संपत्ति
उत्तर प्रदेश के साथ-साथ देशभर में अपने आतंक का साम्राज्य खड़े करने वाले माफिया के कारनामे अभी भी पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। सभी बेनामी संपत्तियों को सरकार कुर्क और बुलडोजर से जमींदोज कर रही है। अतीक के ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 36 स्थित उस कोठी को उत्तर प्रदेश पुलिस ने कुर्क कर दिया है। सरकार की तरफ से इस कोठी पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर ली है।
इस कोठी नंबर ए 107 की कीमत करीब 3.7 करोड़ रुपये है, जिसका सबसे चौंकाने वाला नाम है। इसका नाम मन्नत है जो कि बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान के मुंबई स्थित बंगले का भी नाम है। चूंकि अतीक शाहरुख का बहुत बड़ा फैन भी रहा था। इसलिए उसने इस प्रॉपर्टी का नाम मन्नत रखा था। जानकारों के अनुसार इसी कोठी में अतीक अहमद का दिल बसता था।
1994 में बेटों की पड़ाई के लिए खरीदा था
देशभर में डॉन के नाम से कुख्यात अतीक अहमद ने साल 1994 में बेटों की पढ़ाई-लिखाई के लिए ‘मन्नत’ को खरीदा था। साल 2015 में उसके बेटे ग्रेटर नोएडा की एक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने के लिए आए थे। इस कोठी का इस्तेमाल पढ़ाई से ज्यादा गैर कानूनी और आपराधिक गतिविधियों के लिए होने लगा था।