Harmfule Tamato: पहले के समय में खेती पूरी तरह से प्राकृतिक तरीकों पर आधारित थी। किसान जैविक खाद, जैसे कि गोबर, खाद और कंपोस्ट का उपयोग करते थे। फसलें मौसम के अनुसार उगाई जाती थीं और उनमें किसी भी तरह के रसायनों या कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं होता था। यही वजह थी कि लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती थी और वे बिना ज्यादा दवाइयों के लंबी उम्र जीते थे।
आज के समय में, अधिक उत्पादन और तेज़ मुनाफ़े के लिए रासायनिक खादों और कीटनाशकों का उपयोग आम हो गया है। इससे फसलें तो जल्दी तैयार हो जाती हैं, लेकिन उनमें पोषण की मात्रा कम हो जाती है और शरीर पर इसका बुरा असर भी पड़ता है। मिट्टी की उर्वरता भी धीरे-धीरे खत्म हो रही है।
आपकी बात आज के समय की बहुत बड़ी सच्चाई को सामने लाती है। कम मेहनत में ज़्यादा कमाई की चाहत ने खेती को एक प्राकृतिक कर्म से ज़्यादा एक केमिकल आधारित व्यापार बना दिया है। किसान अब कीटों और बीमारियों से फसल को बचाने के नाम पर अत्यधिक कीटनाशकों और रासायनिक दवाइयों का इस्तेमाल करने लगे हैं।
टमाटर को ऐसे पकाएं
टमाटर एक ऐसी सब्जी है जिसे तोड़ने के कुछ समय बाद अगर बेचा न जा सके तो वह सड़ने लगता है। कई बार अच्छे दाम न मिलने की वजह से किसान टमाटर को रोककर रख लेते हैं। ऐसे में उनका काफी स्टॉक बेकार हो जाता है। लेकिन अब टमाटर को लंबे समय तक ताजा रखने के लिए किसान उसे हरा ही तोड़ लेते हैं। इसके बाद टमाटर को केमिकल मिले पानी में डुबोया जाता है। इससे टमाटर लंबे समय तक ताजा रहता है।
अचानक से उसमें मोटिलिटी आ सकती है
इन सब्जियों को जिन केमिकल में डुबोया जाता है वह सेहत के लिए बहुत खतरनाक होते हैं। अगर इन्हें ठीक से धोया न जाए तो यह सेहत के लिए बहुत खतरनाक साबित होते हैं। इन केमिकल में डुबाने के बाद टमाटर का रंग चटक लाल हो जाता है और यह जल्दी खराब नहीं होते। ऐसे में बाजार में मिलने वाले लाल टमाटर खरीदने से पहले उन्हें अच्छी तरह से जांच लें। साथ ही उन्हें ठीक से धो लें ताकि टमाटर के साथ ये केमिकल आपके शरीर के अंदर न जाएं।