General knowledge: भारत को विविधताओं से भरा देश कहा जाता है। यहां कई धर्म, जातियां और भाषाएं हैं. पहाड़ों, जंगलों और समुद्र से घिरे भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग लोग रहते हैं।
उनका पहनावा, खान-पान और रहन-सहन भी अलग-अलग होता है। हालाँकि, इसके बावजूद हमारे देशवासियों में विविधता में एकता की भावना प्रबल है। हमारा राष्ट्रगान भी लोगों को एक साथ बांधता है। भौगोलिक दृष्टि से भारत के मानचित्र पर विविधता का कोई अंत नहीं है।
देश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश हो रही है तो कुछ हिस्सों में धूप खिली हुई है. कुछ हिस्सों में लोग भयानक गर्मी से जूझते हैं तो कुछ जगहों पर पूरे साल ठंड बनी रहती है। देश का कुछ हिस्सा ऐसा है जहां सूरज सबसे पहले उगता है, वहीं कुछ हिस्से में सूरज सबसे बाद में डूबता है। ऐसे में विविधताओं से भरे इस देश के कई तथ्य आज भी हमें हैरान कर देते हैं. यदि आपसे पूछा जाए कि सूर्योदय सबसे पहले कहाँ होता है, तो आपका उत्तर निश्चित रूप से अरुणाचल प्रदेश होगा।
अरुणाचल प्रदेश का अर्थ है अरुण अर्थात सूर्य और चल अर्थात उगता हुआ राज्य अर्थात वह राज्य जहां सबसे पहले सूर्योदय होता है। अरुणाचल प्रदेश की डोंग वैली में स्थित देवांग घाटी भारत की एकमात्र ऐसी जगह है जहां दिन और रात का समय भारत के अन्य राज्यों से बिल्कुल अलग है। इन दिनों सूर्योदय सुबह 5 बजे ही होता है, जबकि जून के महीने में सूर्योदय सुबह 4.30 बजे ही होता है। लेकिन देश में वह कौन सी जगह है जहां सूर्यास्त सबसे बाद में होता है?
ऐसे में हम आपको बता दें कि भारत के गुजरात में स्थित गुहार मोती में सबसे अंत में सूर्यास्त होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गुजरात देश के पश्चिम में स्थित है और यह गांव आखिरी पश्चिमी बिंदु है। यहां जून के महीने में सूरज शाम 7:39 बजे डूबता है।
वहीं, उस वक्त भारत के ज्यादातर राज्य अंधेरे में डूबे हुए हैं। इस प्रकार अरुणाचल पूर्व दिशा में स्थित है, जहाँ सूर्योदय सबसे पहले होता है। लेकिन गुजरात पश्चिम में है, जहां सूर्योदय सबसे बाद में होता है, इसलिए सूर्यास्त भी बाद में होता है।