नई दिल्ली। आपके अमेरिका जाने का आपका सपना अब थोड़ा महंगा हो सकता है! जी हां, 1 अप्रैल से अमेरिका की गैर-आप्रवासी वीजा फीस में भारी बढ़ोतरी होने जा रही है। ये खबर है तो चौंकाने वाली है, लेकिन चलिए इसे विस्तार से समझते हैं।
वीजा फीस में तिगुना इजाफा! किन वीजा पर होगा असर?
अमेरिका जाने के लिए कई तरह के वीजा लगते हैं। इस बार जो फीस बढ़ रही है, वो खासकर H-1B, L-1 और EB-5 वीजा पर लागू होगी। ये सभी गैर-आप्रवासी वीजा कैटेगरी में आते हैं। H-1B विदेशी प्रतिभाओं को अमेरिकी कंपनियों में काम करने की अनुमति देता है। वहीं, L-1 कंपनी के अंदर ही देश बदलकर ट्रांसफर होने वाले कर्मचारियों के लिए होता है. EB-5 इन्वेस्टमेंट के जरिए अमेरिका में रहने का रास्ता देता है.
ये फीस बढ़ोतरी करीब आठ साल बाद की जा रही है। आखिरी बार 2016 में अमेरिकी वीजा फीस में बदलाव किया गया था। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में वीजा सेवा में भी कुछ बदलाव हो सकते हैं। इसके साथ ही, इस फीस बढ़ोतरी का असर आने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले अमेरिका की आव्रजन नीति और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी पड़ सकता है।
कितनी बढ़ेगी फीस?
अगर आप H-1B वीजा के लिए अप्लाई करना चाहते हैं, तो इसके लिए फॉर्म I-129 लगता है। इसकी मौजूदा फीस 460 अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹38,000) है, जो बढ़कर 780 अमेरिकी डॉलर (₹64,000 से ज्यादा) हो जाएगी। इसके अलावा, H-1B रजिस्ट्रेशन फीस भी बढ़ने वाली है। अभी ये $10 (लगभग ₹829) है, जो अगले वित्तीय वर्ष से $215 (लगभग ₹17,000) हो जाएगी।
अब बात करते हैं L-1 वीजा की ये भी गैर-आप्रवासी वीजा कैटेगरी में आता है. इसका इस्तेमाल कंपनियां अपने कर्मचारियों को दूसरे देशों के ऑफिस से अस्थायी रूप से अमेरिका ट्रांसफर करने के लिए करती हैं। अभी इसकी फीस 460 अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹38,000) है, जो 1 अप्रैल से बढ़कर 1385 अमेरिकी डॉलर (लगभग ₹1,10,000) हो जाएगी। यानी तीन गुना से भी ज्यादा का इजाफा!
ये फीस बढ़ोतरी भारतीयों को खासकर प्रभावित करेगी। अमेरिका में रहने के लिए आने वाले भारतीयों में ज्यादातर लोग H-1B, L-1 और EB-5 वीजा का ही सहारा लेते हैं. ऐसे में अब उनके लिए अमेरिका जाना थोड़ा महंगा हो जाएगा।
ध्यान दें: ये जानकारी विभागीय अधिसूचना और मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार की गई है। आधिकारिक अपडेट के लिए अमेरिकी दूतावास की वेबसाइट देखें.