नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा बालिकाओं की बात करें तो विवाह एवं उच्च शिक्षा में सहायता देना है तो उद्देश्य से एक योजना चलाई जाने का फायदा मिल।सकता है। इस योजना की बात करें तो इसका नाम प्रधानमंत्री सुकन्या समृद्धि योजना दिया गया है। इस योजना के अनुसार 0 से 10 वर्ष की आयु की लड़कियां बचत योजना को खुलवाकर फायदा मिलना शुरू हो जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना के अनुसार सालाना न्यूनतम ₹250 से अधिकतम ₹150000 जमा करने के बाद फायदा मिल जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना के अनुसार 14 साल तक पैसा जमा किया जा सकता है और 7 साल यानी 21 साल बाद पैसा वापस मिल सकता है।
समृद्धि योजना बचत खाता की बात करें तो 7.5 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करना अहम।हो जाता है। और कर मुक्त भी हो जाता है। अगर आप भी इस योजना के मुताबिक अपनी बेटी का खाता खुलवाने के साथ फायदा दिया जा रहा है। इस पोस्ट के माध्यम से आपको जानकारी दी जा रही है कि सुकन्या समृद्धि योजना बचत खाता कैसे खोलने के बाद फायदा मिलने जा रहा है। इस पोस्ट की मदद से जानकारी मिलने जा रही है।
यह योजना भारत सरकार की तरफ से शादी और उच्च शिक्षा में सहायता प्रदान करने को लेकर उद्देश के साथ चलाया जा रहा है। इस योजना की बात करें तो 0 से 10 वर्ष की आयु की लड़कियां बचत खाता खुलवाने के बाद फायदा लेने जा रही है। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत सालाना न्यूनतम ₹250 से अधिकतम ₹150000 जमा करने के साथ फायदा मिलना शुरू हो जाता है। सुकन्या समृद्धि योजना के मुताबिक 14 साल तक पैसा जमा किया जाता है और 7 साल यानी 21 साल बाद पैसा वापस मिलना शुरू हो जाता है।
इस योजना की बात करें तो भारतीय रिजर्व बैंक से संबद्ध किसी भी बैंक में सुकन्या समृद्धि योजना का फायदा मिलने वाला है। सुकन्या समृद्धि योजना बचत खाता लगभग 7.5 प्रतिशत की ब्याज दर प्रदान करनें में मदद करता है। और कर मुक्त भी है। अगर आप भी इस योजना के तहत अपनी बेटी का खाता खुलवाना जा रहे हैं तो इस पोस्ट को चेक कर सकते है। इस पोस्ट के माध्यम से बताने जा रहे हैं कि सुकन्या समृद्धि योजना का फायदा किस तरह मिल।जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना बचत खाते के लिए इन अहम दस्तावेज की होती है जरूरत
सुकन्या समृद्धि आवेदन पत्र।
बच्चे का जन्म प्रमाण पत्र होता है।
बच्ची की फोटो रहती है।
बालिका का आधार कार्ड (वैकल्पिक) मिलता है।
माता-पिता का आधार कार्ड रहता है।
माता-पिता का पैन कार्ड होता है।
माता-पिता की अनुपस्थिति में अभिभावक का आधार कार्ड दिया जा रहा है।