नई दिल्ली Income Tax Return Filing: इनकम टैक्स वह लोग भरते हैं जिनकी इनकम टैक्सेबल है। वहीं इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने के बाद पात्र लोगों को आईटीआर रिफंड मिलता है। बहराल काफी बार ऐसा है कि आईटीआर रिफंड देरी से मिलता है। ऐसे में हम आपको यहां पर एक उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको अपनाकर जल्दी से आईटीआर रिफंड हासिल किया जा सकता है। चलिए इसके बारे में डिटेल से जानते हैं।
आपको बता दें आईटीआर भरने के लिए कुछ नियमों का पालन करना बेहद जरुरी होता है। इसके लिए सहीं से ITR फॉर्म का चयन करना चाहिए। सही फॉर्म का इस्तेमाल ये सुनिश्चित करता है कि इसके रिटर्न में कोई रूकावट न हो। गलत फॉर्म भरने से रिफंड आने में देरी हो सकती है।
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बिल्कुल सही से भरें जानकारी
अगर आप ITR फाइल करने की सोच रहे हैं तो पूरी जानकारी बिल्कुल सही और सटीक होनी चाहिए। एक छोटी सी गलती से रिफंड में देरी हो सकती है। टैक्स भगतान करने वालों को अपनी बैंक डिटेल, कॉन्टैक्ट, पैन कार्ड आदि को फिर से जांच करनी चाहिए। इसके साथ में दी गई तारीख तक इसे फाइल करना चाहिए। सही समय पर दाखिल करने से ITR विभाग को इसे प्रोसेस करने के लिए पर्याप्त समय मिलता है और ये सुनिश्चित होता है कि रिटर्न का प्रोसेस तुरंत हो जाता है।
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इनकम टैक्स रिटर्न वेरिफिरेशन
अगर आपका मोबाइल नंबर और बैंक खाता आधार से लिंक हैं तो ई-वेरिफिकेशन कोड ऑप्शन का इस्तेमाल करें। अगर नेट बैंकिंग हैं तो पोर्टल आपको बैंक की वेबसाइट पर भेज देगा। ऑनलाइन फाइलिंग और ई-वेरिफिकेशन विभाग के द्वारा से ऑनलाइन फाइलिंग काफी तेज और ज्यादा आसान है। रिटर्न दाखिल करने के तुरंत ही ई-वेरिफिकेशन किया जाना जरुरी है। बैंक खाते को पहले से वेरिफाई करने से ये होता है कि रिफंड की रकम सीधे खाते में जमा हो जाती है।