नई दिल्ली RBI on Unsecured Lending: अगर आप पर्सनल लोन या फिर क्रेडिट लेने का प्लान कर रहे हैं तो ये काम थोड़ा कठिन हो जाता है। जी हां सूत्रों ने दावा किया है कि RBI ने बैंकों से Unsecured Retail loans और क्रेडिट कार्ड जारी करने से पहले ग्राहक के बैक ग्राउंड चेक करने के काम को काफी सख्त करने को कहा है। अनसिक्योर्ड लोन में बैंकों के पास कुछ भी गिरवी नहीं रहता है। यही कारण है कि इनकी ब्याज दर दूसरे लोन के हिसाब से काफी अधइक होती हैं।
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क्रेडिट कार्ड और पर्सलन लोन के चलन में तेजी
RBI ने ऐसे लोन के डूबने का रिस्क बढ़ते हुए देखकर बैंकों को सूचना दी है कि डिफॉल्ट के बढ़ते जोखिम के बीच में रिजर्व बैंक काफी असुरक्षित पोर्टफोलियों पर भी लगाम लगा सकते हैं। कोविड महामारी के बाद क्रेडिट कार्ड और पर्सनल लोन का चलन तेजी से बढ़ा है। आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में पर्सनल लोन लेने वालों की संख्या 7.8 करोड़ रुपये से बढ़कर 9.9 करोड़ हो गई है। इस प्रकार क्रेडिट कार्ड से लोन लेने वालों का आंकड़ा 28 फीसदी बढ़कर 1.7 लाख करोड़ हो गया है। इससे पहले ये 1.3 लाख करोड़ था।
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पर्सनल लोन 40 करोड़ के पार
साल 2023 में भी अनसिक्योर्ड लोन की रफ्तार में तेजी देखी गई है। RBI की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2022 के मुकाबले इस फरवरी 2023 में पर्सनल लोन 33 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 40 लाख करोड़ हो गया है। इसका मतलब 20.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। RBI का मानना है कि महंगाई और बढ़ती ब्याज दर के बीच में अनसिक्योर्ड क्रेडिट ग्रोथ काफी चिंता का विषय है।
यहीं कारण है कि RBI ने संभावित डिफॉल्ट की आशंका देखते हिए अनसिक्योर्ड लोन पर सख्ती बरतने के लिए कहा है इसके अलावा भी बैंकों की ओर से कुछ बदलाव कि गए हैं। सूत्रों के मुताबिक RBI अनसिक्योर्ड लोन के रिस्क वेट में इजाफा कर सकता है।