नई दिल्लीः केंद्र व राज्य सरकारों की तरफ से अब राशन कार्डधारकों को लुभाने के लिए बड़े-बड़े कदम उठाए जा रहे हैं, जिसका जमीन पर भी असर देखने को मिल रहा है। अगर आपके पास राशन कार्ड लेकर बैठ गए और आप अपात्र हैं तो फिर दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, जिससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
सरकार ने राशन कार्ड में अपात्रों की छंटनी करते हुए बड़ा फैसला लिया है, जो सभी को चौंकाने के लिए काफी है। आपूर्ति विभाग ने बड़ी संख्या में लोगों को राशन कार्ड को निरस्त कर दिया है, जिसके बाद लोगों में मायूसी है।
वैसे ये सभी राशन कार्ड उन लोगों को निरस्त किए गए हैं, जो अपात्र होकर अनाज का लाभ लंबे समय से ले रहे थे। खाद्य आपूर्ति विभाग ऐसे लोगों की छंटनी के लिए काफी दिनों से काम कर रहा था, जो किसी बड़े झटके तौर पर है।
जानिए कितने राशन कार्ड निरस्त
सरकार ने सतर्कता बरतते अपात्रों पर बड़ी कार्रवाई कर चौंका दिया है। जम्मू-कश्मीर खाद्य आपूर्ति विभाग ने करीब 11.50 लाख लोगों को राशन कार्ड की सूची से हटाने पर मुहर लगा दी है, जो किसी बड़े झटके तौर पर होगा। अपात्रों के नाम हटने से अब विभाग का राजस्व काफी कम हो जाएगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रतिवर्ष करीब 230 करोड़ रुपये के खाद्यान्न की बचत होगी। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर खाद्य विभाग ने ने करीब 90 हजार लोगों को जन वितरण प्रणाली के अनुसार राशन कार्ड वितरित कराए हैं। अगर राशन कार्ड धारकों को समय से सुविधा नहीं मिली तो राजस्व विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन ने यह कदम जन सेवा गारंटी अधिनियम के तहत उठाया है।
कामकाज में बढ़ेगी पारदर्शिता
विभागीय अधिकारियों के अनुसार, राशन वितरण प्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए बड़े-बड़े कदम उठा जा रहे हैं, जो हर किसी का दिल जीतने के लिए काफी है। अब आपकी जमीन ऑनलाइन फर्द जैसी सेवाओं के कारण भी राजस्व विभाग के कामकाज में तेजी और पारदर्शिता का विकास काफी तेजी के साथ हुआ है। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भी साल 2021 से अब तक संबंधित मामलों में एफआईआर दर्ज की और 142 मामलों में दोषियों के लिए अदालत में मुकदमा चल रहा है।