नई दिल्ली: LIC Scheme: मौजूदा समय में लोग बचत और निवेश को अधिक तवज्जो देने लगे हैं। जैसे ही बच्चे का जन्म होता है वैसे ही मां-बाप उसके भविष्य को लेकर चिंता करने लगते हैं। आप भी अपनी कमाई का कुछ हिस्सा बचाकर बच्चे के भविष्य को सवांर सकते हैं।
LIC ने पेश की धांसू स्कीम
एलआईसी (LIC) ने ऐसे ही एक खास स्कीम पेश की है। इस स्कीम का नाम न्यू चिल्ड्रेन्स मनी बैक प्लान (New Children Money Back Plan) है। इस स्कीम में निवेश करके आप अपने बच्चों का भविष्य सुधार सकते हैं। इस स्कीम में निवेश करके आप अपने बच्चों को अच्छा तोहफा देंगे। इस छोटे से निवेश से आपका बच्चा भविष्य में लखपति होगा। इसके लिए (New Children Money Back Plan, LIC) आपको हर रोज केवल 150 रुपये बचाने होंगे।
जानिए क्या है ये पॉलिसी?
यह जीवन बीमा निगम की न्यू चिल्ड्रेन्स मनी बैक प्लान पॉलिसी 25 साल के लिए की जाती है। इसके साथ ही इसमें आपको मैच्योरिटी की रकम किस्तों में दी जाती है। जब आपका बच्चा 18 साल का होता है तो पहली भुगतान किया जाता है। दूसरी बार बच्चे के 20 साल होने पर और तीसरी बार 22 साल की उम्र होने पर।
रकम के साथ मिलेगा बोनस
न्यू चिल्ड्रेन्स मनी बैक प्लान के तहत जीवन बीमाधारक को मनी बैक टैक्स के तौर पर बीमित राशि का 20-20 फीसदी दिया जाता है। इसके साथ ही, बच्चा 25 साल का हो जाता है तो उसे पूरी रकम वापस दे दी जाती है। इसके बाद बाकी बची हुई 40 फीसदी रकम के साथ बोनस भी दिया जाता है।
कितना करें निवेश?
इस बीमा पॉलिसी में सालाना किस्त 55000 रुपये तक बनती है। इस हिसाब से देखें तो 25 साल में कुल 14 लाख रुपये जमा करने होते हैं। पॉलिसी के मैच्योर होने पर कुल 19 लाख रुपये मिलेंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि यह नियम तभी लागू होता है जब बीमा धारक की इस दौरान मौत न हो। अगर पैसे वापस नहीं लेते हैं तो पूरी रकम ब्याज के साथ पॉलिसी की मैच्योरिटी पर मिलेगी।
पॉलिसी की खूबियां
पॉलिसी लेने के लिए उम्र सीमा शून्य से 12 साल तक है।
60 फीसदी पैसा किस्तों में और 40 फीसदी मैच्योरिटी के समय बोनस के साथ मिलता है।
इसमें कम से कम 1,00, 000 रुपये का बीमा लिया जा सकता है और अधिकतम की सीमा अनिश्चित है।
अगर किस्तों का भुगतान नहीं लिया जाता है तो ब्याज सहित एकमुश्त रकम मिलती है।
पॉलिसी के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
इस पॉलिसी के लिए माता-पिता का आधार कार्ड, पैन कार्ड और ऐड्रेस प्रूफ की जरूरत होती है.
बीमाधारक के मेडिकल की जरूरत होती है।
पॉलिसी लेने के लिए किसी एलआईसी ब्रांच में जाकर या किसी एजेंट से एक फॉर्म लेकर भरना होगा।
अगर इस दौरान बीमाधारक की मौत हो जाती है तो बीमा की जमा की गई किस्त का 105 प्रतिशत भुगतान किया जाता है।