नई दिल्लीः केंद्र सरकार की तरफ से पीएम किसान सम्मान निधि योजना चलाई जा रही है, जो हर किसी के लिए किसी वरदान की तरह बनी हुई है। अगर आपका नाम पीएम किसान सममान निधि स्कीम से लिंक है तो फिर अगली किस्त का फायदा प्राप्त करने के लिएक कुछ जरूरी बातों को जानना होगा।
योजना की अगली यानी 16वीं किस्त का फायदा प्राप्त करने के लिए आपको ई-केवाईसी का काम करवाना होगा, जिसके बिना किस्त का पैसा फंस जाएगा। इसलिए जरूरी है कि आप फटाफट यह काम समय रहते करवा लें जो किसी सुनहरे ऑफर की तरह है।
Maruti Suzuki Swift 2024: Booking, features, launch date and price
2024 Bajaj Pulsar 125: Powerful bike with powerful updates!
इतना ही नहीं इसक काम के लिए आखिरी तारीख भी तय की गई है। आखिरी तारीख से पहले यह काम नहीं करवाया तो फिर दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, जो हर किसी का दिल जीतने के लिए काफी है।
इस तारीख तक फटाफट कराएं ई-केवाईसी का काम
पीएम किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त के 2,000 प्राप्त करना चाहते हैं तो पहले ई-केवाईसी का काम करवा लें, जिसके लिए आखिरी तारीख 15 जनवरी निर्धारित की गई है। अगर आपने ई-केवाईसी समय रहते नहीं करवाई तो फिर दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, जिससे आपकी किस्त का पैसा भी अटक जाएगा।
इसलिए जरूरी है कि आप तनिक भी मौका हाथ से ना जानें दें। योजना के लाभुकों का ई-केवाईसी 15 जनवरी तक यह काम करवाना होगा। इस संबंध में जानकारी देते हुए बीटीएम वैभव कुमार के मुताबिक, किसान सम्मान निधि योजना के लाभुक इसके लिए विलेज नोडल ऑफिसर से संपर्क कर सकते हैं, जहां से आपकी समस्या का समाधान आराम से हो जाएगा।
वीरपुर प्रखंड में लाभार्थियों की संख्या
बीटीएम वैभव कुमार के अनुसार, वीरपुर प्रखंड में कुल 3949 किसान सम्मान निधि से लोग जुड़े हुए हैं। अभी तक की रिपोर्ट के अनुसार, 98 फीसदी लाभार्थियों ने ई-केवाईसी का काम करवा लिया है। नौला पंचायत में 832, डीह पर पंचायत में 371, भवानंदपुर पंचायत में 269, वीरपुर पूर्वी में 463, वीरपुर पश्चिमी पंचायत में 450, गेनहरपुर पंचायत में 424, जगदर पंचायत में 436 एवं पर्रा पंचायत में 704 किसान सम्मान निधि योजना के लाभुक हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत हर साल 2,000 रुपये की तीन किस्तों में 6 हजार रुपये खाते में डाले जाते हैं। प्रत्येक किस्त का अंतराल 4 महीने का होता है। किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए इस योजना की शुरुआत की गई है।