नई दिल्ली PPF Investment: देश में काफी सारी सरकारी स्कीम्स चलाई जा रही है। जिनके द्वारा लोगों को मालामाल किया जा रहा है। आपको बता दें सरकार ने हाल ही में पीपीएफ की स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों की समीक्षा होने वाली है। ऐसे में खाताधारकों को ब्याज दर में ये उम्मीद की जा रही है। लेकिन अप्रैल 2020 से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस महीने के आखिर में स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों की समीक्षा होने वाली है। ऐसे में पीपीएफ और दूसरी स्मॉल सेविंग खाताधारकों की ब्याज दरों में इजाफे को लेकर उम्मीद कम जताई जा रही है।
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पीपीफ में मिलने वाली ब्याज दर
जानकारी के लिए बता दें पीपीएफ स्कीम में टैक्स बेनिफिट मिलता है। हाल में इसमें 7.1 फीसदी की दर से ब्याज दिया जा रहा है। इसमें टैक्स रिटर्न ब्रैकेट में टैक्सपेयर्स के लिए 10.32 फीसदी बैठता है। ये भी एक कारण हैं कि सरकार ने PPF ब्याज दर को अपर्वर्तित कर रखा है। जबकि बीती दो तिमाही में काफी दूसरी स्मॉल सेविंग स्कीम की दरों में इजाफा हुआ है।
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वहीं पीपीएफ और स्मॉल सेविंग स्कीम और नेशनल सेविंग स्कीम जैसी योजनाओं में काफी फर्क हैं कि पीपीएफ में होने वाली इनकम की तुलना टैक्स फ्री है। इसका अर्थ है कि भले ही पीपीएफ दूसरी सेविंग स्कीम में कम रिटर्न मिलता है। फिर भी निकासी पर आपकी टैक्स के बाद इनकम ज्यादा हो सकती है। अब तक स्मॉल सेविंग स्कीम्स को सरकार से ज्यादा समर्थन मिला है। क्यों कि वह आमतौर पर उन लोगों की मदद करते हैं जो कि दूसरों के लिए सेविंग कर रहे हैं।
पीपीएफ की दरों में नहीं हो सकता बदलाव
वहीं एक्सपर्ट का मानना है कि पीपीएफ की ब्याज दर कुछ और समय के लिए स्थिर रह सकती है। इसके लिए वित्तीय मार्केट की स्थिति, सरकार की बजट नीतियां और अर्थव्यवस्था की साधारण स्थिति शामिल है। इसमें ब्याज दरों पर काफी प्रभाव पड़ सकता है।