Home Loan लेने के बाद जरुर लें इंश्‍योरेंस कवर, कठिन समय में परिवार के आएगा काम

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Adarsh Pal

नई दिल्ली Home Loan Insurance: आज के समय अधिकतर लोग होम लोन लेकर मकान खरीदते हैं तो लोन लेने के लिए कुछ सालों के बाद यदि उधारकर्ता की मौत हो जाए तो बाकी का लोन परिवार को अदा करना पड़ता है। अगर परिवार सक्षम न हो तो प्रॉपर्टी को गवांना भी पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में होम लोन इंश्योरेंस परिवार के लिए संकटमोचक बनकर मदद करता है। जानें ये क्यों लेना चाहिए।

जानें क्या है होम लोन इंश्योरेंस

होम लोन इंश्योरेंस आपके जरिए लिए गए होम लोन का प्रोटेक्शन प्लान है। जब आप होम लोन लेने जाते हैं। तो हर बैंक के द्वारा आपको होम लोन इंश्योरेंस ऑफर किया जाता है। इसे नॉर्मल नहीं लेना चाहिए। अगर होम लोन लेने के बाद किसी कारणवश लोन लेने वाले की मौत हो जाती है तो होम लोन इंश्योरेंस प्लान के तहत उसकी बाकी की भरपाई की जा सकती है।

होम लोन इंश्योरेंस के लाभ

अगर उधारकर्ता ने होम लोन इंश्योरेंस लिया हुआ है और किसी दुर्घटनावश उसकी मौत हो जाती है तो परिवार पर लोन चुकाने का दबाव नहीं होता है। लोन डिफॉल्ट की चिंता भी नहीं रहती है क्यों कि ये जिम्मेदारी इंश्योरेंस कंपनी पर चली जाती है। ऐसे में घर सेफ रहता है। होम लोन देने वाला बैंक उस घर पर अपना अधिकार नहीं जता सकती है।

होम लोन का इंश्योरेंस कराना नहीं जरुरी

ऐसा नहीं है कि होम लोन लेने वाले के लिए होम लोन का इंश्योरेंस करवाना जरुरी है। RBI हो या फिर बीमा नियामक इरडा, किसी की भी तरफ से ऐसी कोई गाइडलाइन नही है। लेकिन परिवा को सेफ करने के लिहाज से ये जरुरी है। यहीं कारण है कि कई बैंक या फिर फाइनेंस देने वाले इस प्रकार के बीमा की रकम ग्राहकों को लोन में जोड़कर ही बताने लगे हैं। बहराल इस लेने या फिर न लेने का फैसला पूरी तरफ से लोन लेने वाले पर डिपेंड करता है।

EMI का शानदार ऑप्शन

इंश्योरेंस का प्रीमियम कुल लोन की रकमम का 2 से 3 फीसदी होता है। आप चाहें तो होम लोन लेते समय बीमा का पैसा एकमुश्त जमा कर सकते हैं या फिर बीमा के पैसे की EMI बनवा सकते हैं। ऐसे में जिस प्रकार से आपकी होम लोन की EMI कटती है तो उसी प्रकार आपकी होम लोन इंश्योरेंस की मंथली किस्त भी कटती रहेगी। बीमा की रकम मामूली सी होती है।

कब नहीं होगा है इंश्योरेंस का लाभ

होम लोन किसी और के नाम शिफ्ट करते हैं या समय के पहले क्लोज करते हैं तो बीमा कवर खत्म हो जाता है। लेकिन यदि आप लोन को दूसरे बैंक में ट्रांसफर कराते हैं तो प्री-पेमेंटया रिस्ट्रक्चर कराते हैं तो होम लोन इंश्योरेंस पर कोई असर नहीं पड़ता है। इसके अलावा स्वाभाविक मौत या आत्महत्या के मामले भी भी होम लोन का प्रोटेक्शन प्लान के दायरे में नहीं आते हैं।

Adarsh Pal के बारे में
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Adarsh Pal आदर्श पाल छत्रपति शाहू जी महाराज युनिवर्सिटी कानपुर से पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त कर टाइम्सबुल मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम कर रहे हैं। कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में माहिर और पत्रकारिता में लगभग 3 साल का अनुभव। टाइम्सबुल में आने से पहले आदर्श पाल न्यूज बाइट और न्यूज चेकर हिंदी में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। Read More
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