नई दिल्ली:fixed deposit. देश में फिक्स डिपाजिट एक ऐसी निवेश करने का योजना है, जिसे खासतौर पर आम लोगों को के द्वारा अपनाया जाता है। आप किसी भी से आप किसी से भी निवेश करने के बारे में सोचेंगे पूछेंगे, फिर तो आपको कोई फिक्स डिपाजिट ही सलाह देगा। निवेश के मामले में फिक्स डिपाजिट एक खास और लोकप्रिय तरीका माना जाता है।
लेकिन विभिन्न बैंकों में एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरें आम नागरिक और सीनियर सिटीजन के लिए अलग-अलग होती है। इसके पीछे कई इसके पीछे कई वजह है, सीनियर सिटीजन अपनी रकम को फिक्स डिपॉजिट में निवेश करने के लिए खास प्राथमिकता देते हैं, जिससे बैंक यहां पर आमतौर पर नागरिकों को सीनियर सिटीजन को 0.50 फीसदी अधिक ब्याज देते हैं।
बैंक तरह-तरह की योजना में अपने ऑफर देती रहती है, जिससे आम नागरिकों के मुकाबले में सीनियर सिटीजन को ज्यादा ब्याज ऑफर किया जाता है, जिससे ऐसे लोग यहां पर निवेश करने के लिए प्रोत्साहित होते है, यहां पर ज्यादा ब्याज मिलने पर ज्यादा से ज्यादा बुजुर्ग उस बैंक में पैसा निवेश करते हैं, जिससे बैंक के साथ में लोगों को भी फायदा मिलता है।
आसानी से हो जाता है फिक्स डिपॉजिट में निवेश
दरअसल फिक्स डिपॉजिट में खाता खोलने और उसे संचालित करना बेहद ही आसान प्रक्रिया होती है, जिससे कोई भी निवेशक अपने मौजूदा बैंक ग्राहक में जाकर यहां पर फिक्स्ड डिपॉजिट से जुड़ा आवेदन फॉर्म भरकर अपने तय राशि का निवेश कर सकता है।
मिलता है बंपर ब्याज
एफडी में निवेश करने पर बैंक नियमित रूप से ब्याज दर देती हैं, जिससे निवेशक को फिक्स डिपॉजिट पर एक अच्छी आई होती रहती है। बैंक समय-समय पर भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट के अपडेट करने पर बैंक भी यहां पर एफडी पर मिलने वाली ब्याज दरें अपडेट करती रहती है।
सुरक्षित होता है फिक्स डिपाजिट में निवेश
देश में फिक्स डिपाजिट निवेश की विभिन्न योजनाओं में से एक फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित विकल्प है। क्योंकि यहां पर सरकार के द्वारा इंश्योरेंस किया जाता है। यहां पर फिक्स डिपॉजिट बैंक के अपनी विभिन्न अवधि की प्रदान करती हैं। जिस पर जो भारतीय रिजर्व बैंक के अधीन होते हैं। फिक्स डिपॉजिट में लोगों का पैसा डूबता नहीं है और सुरक्षित रहता है। देश में प्राइवेट से लेकर सरकारी बैंकों को भारतीय रिजर्व बैंक के अधीन काम करना होता है।