Jugaad Bike: भारत में आपको दुनिया के बेस्ट इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट देखने को मिलते हैं। लेकिन फिर भी कई बार लोग बिना इस में एडमिशन के ही कुछ ऐसा कर दिखाते हैं पूरे देश को उन पर गर्व होता है। भारत के 120 करोड़ लोगों में आपको प्रतिभा की कमी देखने को नहीं मिलती है।

ऐसे ही एक प्रतिभावान छात्र की कहानी आज हम आपको दिखाने वाले हैं। कहानी उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की है दसवीं के छात्र ने बाइक खरीदने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन आर्थिक तंगी के चलते वह इसे खरीद नहीं पाया।

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इस पर अफसोस करने के बजाय उसने एक पुरानी साइकिल को ही मन मुताबिक बाइक में बदल दिया। इसके लिए उससे सिर्फ ₹3000 खर्च करने पड़े। यह देसी बाइक 1 लीटर पेट्रोल में 120 किलोमीटर का माइलेज देती है। दसवीं में पढ़ रहे छात्र ने बताया उसके पास बाइक खरीदने के लिए पैसे नहीं थे लेकिन बाइक चलाने की बहुत इच्छा हो रही थी।

इसीलिए उसने इस सस्ती बाइक को बनाया। इससे उसे स्कूल आने जाने में काफी आराम मिलता है। इस बाइक को बनाने के लिए उसने खेतों में स्प्रे करने वाले पेट्रोल की मशीन जिसे किसान खराब होने पर कबाड़ में बेच देते हैं, उसे कबाड़ से खरीद लिया।

फिर उस से मोटर निकाल कर उसे रिपेयर कर साइकिल में लगा दिया। एक हफ्ते की कड़ी मेहनत और साइकिल में किए गए कुछ बदलाव से उसने अपने साइकिल को जुगाड़ बाइक में बदल दिया। यह जुगाड़ बाइक अभी के समय 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है और 120 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है।

ऐसे प्रतिभावान व्यक्ति की कहानी हमेशा ही प्रेरणादायक होती है। अब उसका यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। सभी लोग उसे सराहना दे रहे हैं। जल्द ही उसके इस जुगाड़ गाड़ी को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता भी मिल जाएगी।

फिलहाल इसकी स्पीड सिर्फ 30 किलोमीटर प्रति घंटे की है इसलिए इसे चलाने के लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं पड़ने वाली है। वह बेहिचक इसे कहीं भी दौड़ा सकता है। इस दसवीं के छात्र के हुनर की तारीफ सब कर रहे हैं।

 

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राजनीतिक विज्ञान से स्नातक कर कंटेंट राइटिंग किया है। महीनों तक फ्रीलांस करने...