Vastu Tips: सास बहू के रिश्ते में नोंकझोंक चलती रहती है. लेकिन कभी-कभी ये छोटी सी नोंकझोंक बड़ी लड़ाई में बदल जाती है. इससे घर का माहौल उदासीन हो जाता है. घर में अगर सास बहू का रिश्ते में प्यार और सम्मान नहीं है तो उस घर में खुशियां ज्यादा दिन रहती. अगर आपके परिवार में भी आपकी सास या बहू के साथ लड़ाई-झगड़े होते रहते हैं.यदि आपके परिवार में सास बहू के रिश्ते में प्यार और सम्मान की कमी है और लड़ाई-झगड़े निरंतर होते रहते हैं, तो इस स्थिति को सुधारने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
इस दिशा में हो कमरा :
वास्तुशास्त्र में कहा जाता है कि सास-ससुर के कमरे को दक्षिण पश्चिम दिशा में स्थापित करने से उनके रिश्ते में सुख और सम्मान का माहौल बना रहता है। इससे परिवार के अन्य सदस्यों के साथ भी सामंजस्य बना रहता है। इसी तरह, बहू और बेटे के कमरे को दक्षिण पश्चिम दिशा में स्थापित करने से भी उनकी ऊर्जा का संचार अच्छे से होता है और इससे उनके व्यक्तित्व विकास और सफलता में मदद मिलती है।
कूड़ेदान को इस दिशा में रखें :
वास्तुशास्त्र में यह बताया जाता है कि उत्तर-पूर्व दिशा घर की महत्वपूर्ण और प्रमुख दिशा है। इसे साफ़ और विनियमित रखने की सिफारिश की जाती है क्योंकि इस दिशा में स्थिति की ऊर्जा का संचार अच्छे से होता है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, कूड़ादान को उत्तर-पूर्व दिशा में स्थापित करने से ऊर्जा बहुत अधिक खर्च होती है और इससे परिवार के सदस्यों के बीच तनाव या विवाद उत्पन्न हो सकते हैं। इस तरह के गतिविधियाँ रिश्तों को प्रभावित कर सकती हैं।
इस दिशा में रखें यह पौधें :
तुलसी, चंपा और चमेली जैसे पौधे हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण माने जाते हैं और इन्हें आध्यात्मिक और सामाजिक आदर्शों के साथ जोड़ा जाता है। यह पौधे धार्मिक और आध्यात्मिक संस्कृति में विशेष महत्व रखते हैं और घर में इन्हें लगाने की प्रथा काफी प्रचलित है। वास्तुशास्त्र के अनुसार, तुलसी का पौधा लगाने से घर में शुभता और सुख-शांति की ऊर्जा बढ़ती है। तुलसी की पूजा और दीपक जलाने से परिवार के सदस्यों के बीच प्रेम और सम्मान का माहौल बना रहता है। इसी तरह, चंपा और चमेली के पौधे भी सुंदरता, सुगंध और आनंद का प्रतीक होते हैं। इन्हें लगाने से घर का माहौल प्रसन्नता और प्रेम से भर जाता है, जिससे सास-बहू के बीच आपसी समझ और प्रेम बढ़ता है।
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