वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) का हिन्दू धर्म में काफी महत्त्व है यही नहीं इस दिन को धन प्राप्ति के साथ भी जोड़ा जाता है यही नहीं इस दिन के अवसर पर, मां लक्ष्मी की पूजा करने से आपके घर में धन, समृद्धि, सौभाग्य, सुख और समृद्धि की कृपा प्राप्त होती है। ऐसे में यहाँ कुछ टोटके दिए गए है जिन्हें आप वैशाख पूर्णिमा (Vaishakh Purnima) के दिन कर के लक्ष्मी मां की असीम कृपा प्राप्त कर सकते है और उन्हें प्रसन्न कर कर्जों से छुटकारा पा सकते है: यहां कुछ सरल उपाय बताए गए हैं, जो आप मां लक्ष्मी की कृपा को आकर्षित करने के लिए कर सकते हैं:
मां लक्ष्मी की विशेष पूजा करें:
इस टोटके के लिए आप मां लक्ष्मी के मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। अधिकतम फल प्राप्त करने के लिए मां लक्ष्मी के “श्रीं” मंत्र का जाप करें। इसके अलावा, आप पूजा के समय सोने के आभूषण भी धारण कर सकते हैं। आप एक छोटी सी लक्ष्मी पूजा भी कर सकते हैं जिसमें आप मां लक्ष्मी को गुड़ और मक्खन से भोग अर्पित कर सकते हैं। इसके बाद, आप उनकी आरती कर सकते हैं और उनके चरणों में फूल चढ़ा सकते हैं।
मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाये :
वैशाख पूर्णिमा के दिन दूध, मखाने और केसर की खीर बनाकर मां लक्ष्मी को अर्पित कर सकते हैं। यह एक प्रसिद्ध उपाय है जो मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने में मदद कर सकता है। इस उपाय के दौरान मन को साफ़ रखें और श्रद्धा के साथ मां लक्ष्मी को खीर चढाये जिससे लक्ष्मी मां प्रसन्न होकर आपको मनचाहा वरदान देगी और आपकी मनोकामना पूर्ण होगी .
गोमती चक्र की स्थापना करें :
अगर आपके व्यापर में दिन-ब-दिन बहुत घाटा हो रहा है ऐसे में अपनी दुकान में मां लक्ष्मी की मूर्ति के नजदीक गोमती चक्र स्थापित करें। वहां बैठकर कनकधारा स्त्रोत पाठ करें। और अगले दिन इस गोमती चक्र को अपनी दुकान में पैसों के साथ रख दें। ऐसा करने से आपका काम धंधा बढ़ने लगेगा और धन लाभ होगा.
हल्दी का टोटका है लाभकारी
वैशाख पूर्णिमा के दिन तांबे के लोटे में हल्दी डालकर छिड़कने से घर के वातावरण में शुभता आती है। इसके अलावा, झाड़ू का दान करने से बाधा-दूर होती है और मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है। इससे घर के लोगों के बीच एकजुटता बढ़ती है और उनके बीच खुशहाली आती है।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Timesbull.com इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।