Vastu Tips: वास्तु शास्त्र घर के निर्माण और व्यवस्था में दिशाओं के महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और यह बताता है कि किस प्रकार की दिशा में कौनसे प्रकार के काम करने चाहिए ताकि घर में सुख, समृद्धि, और शांति बनी रहे। इसके द्वारा यह सिद्ध किया जाता है कि विशेष दिशाओं के अनुसार कैसे घर की ऊर्जा को प्रभावित किया जा सकता है। वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करने से घर की एनर्जी को पॉजिटिव रूप से प्रभावित किया जा सकता है, और इससे घर में सुख-समृद्धि की बरकत होती है।ऐसे में वास्तु के अनुसार भोजन करते वक्त भी दिशाओं का ध्यान रखने का सुझाव दिया जाता है जिससे आपके स्वास्थ्य में सुधर होता है और करियर में तरक्की के अवसर मिलते है :
दक्षिण दिशा की ओर न करें भोजन :
वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार दक्षिण दिशा की ओर बैठकर खाना नहीं खाना चाहिए, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दक्षिण दिशा को यम की दिशा कहा जाता है. दक्षिण दिशा की ओर खाना खाने से कंगाली और गरीबी आती है और यही नहीं इससे आर्थिक परेशानी बढती है और आप आए-दिन बीमार रहते है और उम्र भी घटती है.
पूर्व दिशा में करें खाना :
पूर्व दिशा को देवताओं की दिशा माना जाता है और कुछ लोग इस दिशा को खाना खाने के लिए अच्छा मानते हैं। पूर्व दिशा की ओर मुंह करके खाने से बीमारियाँ दूर होती हैं या आयु बढ़ती है। साथ ही इस दिशा में खाना खाने से आपको कभी भी जीवन में आर्थिक परेशानी नहीं आती है और करियर में तरक्की मिलती है.
उत्तर दिशा :
वास्तु शास्त्र में उत्तर दिशा देव दिशा कही जाती है. इस ओर भोजन करने से घर में खूब पैसा रहता है और घर के मुखिया की तबियत भी सही रहती है.
पश्चिम दिशा :
पश्चिम दिशा को प्रोफेशनल लोगों के लिए खाना खाने की सुझाई जाने वाली दिशा मानी जाती है, और कुछ लोग इसका पालन करते हैं और इसे अपने व्यवसाय और पेशेवर जीवन की सफलता में मददगार मानते हैं। पश्चिम दिशा के बाएं ओर मुंह करके खाने से अधिक धन, उन्नति, और स्वास्थ्य की प्राप्ति हो सकती है।
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