यह बताने की आवश्यकता नहीं है कि रंग किसी भी जीव जंतु के मन पर गहरा प्रभाव डालते हैं। जब बात घर की हो तो इसका महत्व काफी बढ़ जाता है। कुछ रंग हमारे जीवन में पॉजिटिव और कुछ निगेटिव एनर्जी पैदा करते हैं। आइए जानते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार हमें अपने घर में कहां कौन सा रंग लगाना चाहिए, जिससे पॉजिटिव एनर्जी या सकारात्मक ऊर्जा आए…।
नीला रंग बेडरूम को बनाता सुंदर
हर रंग कुछ कहता है। जहां तक नीले रंग की बात है तो यह बेडरूम में सोने वाले लोगों में सुंदरता, सच्चाई और समर्पण की ओर प्रेरित करता है। वहीं, हरा रंग सकारात्मक वातावरण का निर्माण करता है। इसी प्रकार गुलाबी रंग जीवन को विस्तार देता है। बेडरूम का पीला रंग खुशनुमा वातावरण बनाता है।शयनकक्ष में नारंगी रंग सशक्त वातावरण बनाता है, जबकि ग्रे या सलेटी रंग का चयन गृहस्वामी की ऊंची सोच को दर्शाता है। सफेद रंग शांतिप्रिय व्यक्ति की पसंद को उजागर करता है।
इन बातों का रखें ध्यान, वरना हो सकता नुकसान
घर में रंगों का गलत चयन करने से हमें नुकसान हो सकता है, क्योंकि गलत रंग नकारात्मक ऊर्जा को प्रवेश करा सकते हैं। कुछ रंग घर में सकारात्मक ऊर्जा आने ही नहीं देते, जिससे हम न केवल बीमार पड़ सकते हैं, बल्कि सफलता के सारे प्रयास व्यर्थ होने लगते हैं। गलत रंगों का चयन घर में तनाव का माहौल बना सकता है।
लाल-काला कभी नहीं
वास्तु शास्त्र के अनुसार बेडरूम में लाल और काले रंग का प्रयोग करने से बचना चाहिए। शयन कक्ष में खूनी लाल रंग गृहस्वामी को क्रोधी या गुस्सैल बना सकता है। वहीं काला रंग निराशा का भाव उत्पन्न करता है। कुछ लोग कुछ नया करने की इच्छा से लाल और काले रंग का प्रयोग करने लगे हैं, लेकिन वास्तुविद इससे बचने की सलाह देते हैं।