Bhadli Navami 2023: धार्मिक परंपराओं में, भड़ली नवमी को महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे आषाढ़ मास की नवमी के रूप में मनाया जाता है। भड़ली नवमी का महत्व विभिन्न कार्यों और मांगलिक अवसरों के लिए प्रमुख होता है। यह दिन शुभ मुहूर्त के रूप में जाना जाता है, जिसे मांगलिक कार्यों के लिए उपयुक्त माना जाता है, जैसे नये उद्योग की शुरुआत, नए घर की नींव रखना, विवाह आदि। मांगलिक कार्यों के लिए भड़ली नवमी का चयन करना अच्छा माना जाता है, क्योंकि इस दिन का मुहूर्त काफी अच्छा माना जाता है और शुभ फल प्रदान करता है। इसलिए, भड़ली नवमी को विवाह, गृहप्रवेश, यात्रा, व्यापार, संगठनात्मक कार्य आदि के लिए एक शुभ दिन के रूप में चुना जाता है।
भड़ली नवमी को कई नामों से जाना जाता है जैसे भटली नवमी, अशरा शुक्ल पक्ष नवमी, कन्दर्प नवमी आदि। यह नवमी कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष में पड़ती है और हिन्दू पंचांग में महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन चातुर्मास की शुरुआत होती है, जो चार मासों की अवधि होती है और साधु-संतों के लिए विशेष महत्व रखती है। चातुर्मास में साधु-संत विशेष प्रकार के तपस्या और ध्यान करते हैं और लोगों के लिए सामाजिक और आध्यात्मिक शुभता लाते हैं।
भड़ली नवमी को जरुर करें यह उपाय :
इसके अलावा, भड़ली नवमी को किसी भी शुभ कार्य के लिए अनुकूल माना जाता है। इस दिन नये उद्योग की शुरुआत, नए घर की नींव रखना, विवाह, यात्रा, व्यापार आदि करने का चयन किया जाता है। यह मान्यता है कि इस दिन किये गए कार्यों में विशेष आशीर्वाद और समृद्धि मिलती है।
जानिए भड़ली नवमी की तिथि :
दिए गए तिथियों के अनुसार, भड़ली नवमी 27 जून 2023 को प्रातः 02:04 बजे आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि शुरू होगी और अगले दिन, 28 जून 2023 को सुबह 03:05 बजे इसका समापन होगा। यह तिथियां पंचांग के आधार पर दी गई हैं।
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