नई दिल्ली। बसंत पंचमी ( Basant Panchami 2024) का फेस्टिवल हर साल बड़े ही धूम धाम के साथ मनाया जाता है। बसंत पंचमी के पर्व का लोगों को बहुत ही बेसर्बी से इंतजार होता है। इस त्योहार को देशभर में बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है।
इस साल बसंत पंचमी का त्यौहार 14 फरवरी को देशभर में मनाया जायेगा। इस दिन कॉलेज और स्कूल में प्रोग्राम आयोजित किया जाता है। बसंत पंचमी, जिसे वसंत पंचमी के नाम से भी जाना जाता है।
यह त्योहार वसंत के आगमन और ज्ञान, कला और संगीत की हिंदू देवी देवी सरस्वती की पूजा के लिए समर्पित है। तो चलिए जानते हैं कि बसंत पंचमी के दिन क्या करें और क्या न करें।
बसंत पंचमी 2024 कब है?
बसंत पंचमी हिंदू महीने माघ के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन (पंचमी) को मनाई जाती है। इस साल बसंत पंचमी के फेस्टिवल को 14 फरवरी, बुधवार के दिन मनाया जायेगा। यह तिथि चंद्र कैलेंडर के आधार पर भिन्न हो सकती है और भारत के कुछ हिस्सों में एक अलग दिन भी पड़ सकती है। हालांकि, इस त्योहार का सार और महत्व पूरे देश में एक समान है।
बसंत पंचमी 2024 डेट और समय:
पंचमी तिथि आरंभ: 13 फरवरी 2024, दोपहर 02:41 बजे
पंचमी तिथि समाप्त: 14 फरवरी 2024, दोपहर 12:09 बजे
पूजा मुहूर्त: 14 फरवरी 2024, सुबह 06:17 बजे से दोपहर 12:01 बजे तक
बसंत पंचमी मध्याह्न मुहुर्त: दोपहर 12:01 बजे
बसंत पंचमी का महत्व:
बसंत पंचमी सर्दियों के अंत और वसंत की शुरुआत का प्रतीक है। बसंत पंचमी को देवी सरस्वती के जन्मदिन के रूप में भी मनाया जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, उनका जन्म इसी दिन हुआ था और उन्हें ज्ञान, बुद्धिमत्ता और रचनात्मकता का अवतार माना जाता है। लोग शिक्षा, संगीत, कला में सफलता के लिए आशीर्वाद लेने के लिए उनकी पूजा करते हैं।
बसंत पंचमी के दिन क्या करें?
मां सरस्वती को मोदक के लड्डू और मीठे पीले चावल का भोग जरूर लगाना चाहिए।
इस दिन पूजा करते समय पीले रंग के वस्त्र धारण करना चाहिए, ऐसा इसलिए क्योंकि मां सरस्वती को पीला रंग बेहद ही पसंद है।
इस दिन पतंग उड़ाने की परंपरा लंबे समय से चलती चली आ रही है।
बसंत पंचमी के दिन क्या नहीं करना चाहिए?
बसंत पंचमी के दिन भूलकर भी गलत वाणी किसी को भी नहीं बोलनी चाहिए।
इस दिन प्याज, लहसुन या मांस का सेवन नहीं करना चाहिए।
बसंत पंचमी के दिन किसी भी तरह का नशा नहीं करना चाहिए।
इस दिन किसी से बातचीत के दौरान झूठ भी बोलना वर्जित है।