मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर दुनिया के महान क्रिकेटरों में से एक हैं। उन्होंने अनगिनत यादगार प्रदर्शन दिए हैं और अपने 24 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर के दौरान कई विश्व रिकॉर्ड तोड़े हैं। जबकि आप में से कई उनकी असाधारण क्रिकेट क्षमता से परिचित हैं, आइये बात करते है एक ऐसी पारी की जो आपको आश्चर्यचकित कर सकती हैं।
इस घटना का खुलासा खुद सचिन ने अपनी आत्मकथा ‘प्लेइंग इट माय वे’ में किया है। 2003 विश्व कप के दौरान श्रीलंका के खिलाफ मैच में, सचिन को अपने अंडरवियर के अंदर एक टिशू के साथ बल्लेबाजी करनी पड़ी थी। मैच से एक दिन पहले उनका पेट खराब हो गया था, जिससे वह कमजोर महसूस कर रहे थे। इसके अतिरिक्त, वह पाकिस्तान के खिलाफ मैच के दौरान लगी हैमस्ट्रिंग की चोट से भी पूरी तरह से उबर नहीं पाए थे।
सचिन ने चोट से उबरने के लिए आइसोटोनिक ड्रिंक ली थी, लेकिन ऐंठन से बचने के लिए उन्होंने ड्रिंक में थोड़ा नमक मिला लिया था, जिससे उनकी हालत और खराब हो गई थी। नतीजतन, स्थिति से निपटने के लिए उन्हें अपने अंडरवियर के अंदर एक टिश्यू डालना पड़ा। मैच के दौरान हालत इतनी गंभीर हो गई कि ड्रिंक्स ब्रेक के दौरान उन्हें ड्रेसिंग रूम जाना पड़ा था।
बेचैनी के बावजूद, सचिन 97 रनों की शानदार पारी खेलने में सफल रहे, जिससे भारत को श्रीलंका के खिलाफ शानदार जीत हासिल करने में मदद मिली। हालांकि यह अनुभव उनके लिए सुखद नहीं रहा। बाद में उन्होंने स्वीकार किया कि घटना का खुलासा करने में उन्हें शर्मिंदगी महसूस हो रही थी।
सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट के प्रति समर्पण और जुनून इस बात से स्पष्ट है कि उन्होंने बेचैनी के बावजूद खेलना जारी रखा और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने में सफल रहे। खेल के प्रति उनके जूनून ने उन्हें उनके प्रशंसकों के बीच ‘क्रिकेट के भगवान’ का खिताब दिलाया है। वह वास्तव में दुनिया भर के लाखों युवा क्रिकेटरों के लिए एक प्रेरणा हैं।
सचिन तेंदुलकर की क्रिकेट उपलब्धियां अनेक हैं। उन्होंने अपने पूरे करियर में अनगिनत यादगार प्रदर्शन दिए हैं और कई विश्व रिकॉर्ड तोड़े हैं जिन्हें तोड़ना लगभग असंभव है। विपरीत परिस्थितियों में प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता, उन्हें बाकियों से अलग करती है। सचिन का भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा