India Rafel Lock: भारतीय सेना द्वारा हमले की आशंका के चलते बुधवार को पूरे दिन पाकिस्तान में हलचल रही। इसकी शुरुआत मंगलवार रात 2 बजे आधिकारिक चेतावनी से हुई, जिसमें पाकिस्तानी सूचना मंत्री ने दावा किया कि भारत 24 से 36 घंटे के अंदर हमला कर सकता है।
इसके बाद अगली सुबह से ही भारत के संभावित हमले और उसकी योजना से जुड़ी खबरें पूरे दिन पाकिस्तानी मीडिया में छाई रहीं। इस दौरान पाकिस्तान की सरकारी मीडिया ने बड़ा दावा किया कि चार भारतीय राफेल लड़ाकू विमानों ने एलओसी पार की थी, जो बाद में पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों के आने के बाद वापस लौट गए।
एलओसी पर भारतीय लड़ाकू विमान
पाकिस्तान के सरकारी प्रसारक पीटीवी न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक टोही अभियान के दौरान भारतीय वायुसेना के राफेल और एसयू-30एमकेआई लड़ाकू विमानों को देखा गया, उनका पीछा किया गया और उन्हें सीमा पार खदेड़ा गया। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि भिम्बर और कोटली सेक्टर में नियंत्रण रेखा की निगरानी कर रहे दो भारतीय क्वाडकॉप्टर (ड्रोन) को मार गिराया गया।
पाकिस्तानी सूचना मंत्री ने हमले की चेतावनी दी
इससे पहले मंगलवार रात को पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो संदेश अपलोड किया। तरार ने विश्वसनीय खुफिया जानकारी का हवाला देते हुए बयान जारी किया कि भारत कभी भी पाकिस्तान पर हमला कर सकता है। तरार ने कहा, निष्पक्ष जांच की अनुमति देने से भारत का इनकार उसकी मंशा को दर्शाता है।
उन्होंने दिल्ली पर तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया।
इस बीच, जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी बयान जारी किया है। खान की पार्टी तहरी-ए-इंसाफ के एक्स अकाउंट पर जारी बयान में उनके हवाले से कहा गया, “परमाणु तनाव के इस दौर में भारत को लापरवाही से बचना चाहिए। शांति कमजोरी नहीं है।”
भारतीय सेना को मिली आजादी
पूर्व भारतीय सैन्य अधिकारी और रणनीतिकार लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा (सेवानिवृत्त) ने कहा, इस तनावपूर्ण माहौल में एक गलत कदम युद्ध शुरू कर सकता है, जिसे कोई भी पक्ष नहीं रोक सकता। अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो पहले ही दोनों देशों से बातचीत कर चुके हैं और तनाव कम करने की सलाह दे चुके हैं। हालांकि, दोनों देशों के बीच बयानबाजी बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही सेना को ऑपरेशन के लिए पूरी छूट दे चुके हैं। वहीं, कंगाल पाकिस्तान भी नियंत्रण रेखा पर अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ा रहा है। इस बीच खबर है कि पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारियों ने अपने परिवारों को विदेश भेजना शुरू कर दिया है।
