लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के अलीगढ़ दौरे को लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा ने अखिलेश यादव के आगमन का पुरजोर विरोध करने का ऐलान किया है। इस विरोध को लेकर क्षत्रिय महासभा ही नहीं बल्कि अन्य हिंदू संगठनों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। इन संगठनों ने सार्वजनिक तौर पर ऐलान किया है कि वे अखिलेश यादव को अलीगढ़ में घुसने नहीं देंगे। इस ऐलान के बाद अलीगढ़ का प्रशासन और पुलिस महकमा पूरी तरह सतर्क हो गया है।

शामिल होने अलीगढ़ आ रहे

वहीं प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। पुलिस की ओर से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं और लगातार अधिकारियों की बैठकें चल रही हैं। मामला सपा सांसद रामजीलाल सुमन के बयान से जुड़ा है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उनके बयान का समर्थन किया है, जिसके बाद अब क्षत्रिय समाज उनके विरोध में उतर आया है।

वहीं अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारियों ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा कि अखिलेश यादव ने जानबूझकर ऐसे व्यक्ति का समर्थन किया है, जिसकी सोच विभाजनकारी है। यह महज राजनीतिक समर्थन नहीं है, बल्कि एक सोची समझी रणनीति के तहत क्षत्रिय समाज को अपमानित करने की कोशिश की गई है। अखिलेश यादव आज एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने अलीगढ़ आ रहे हैं।

शहर में घुसने नहीं देंगे

वह अलीगढ़ एयरपोर्ट पर उतरेंगे और वहां से सड़क मार्ग से शहर के एक निजी गेस्ट हाउस जाएंगे। इस दौरे को पूरी तरह से निजी बताया जा रहा है, लेकिन इसके बावजूद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष विवेक चौहान ने चेतावनी दी है कि वह अखिलेश यादव के काफिले को शहर में घुसने नहीं देंगे। महासभा के पदाधिकारियों ने कहा है कि यह महज विरोध प्रदर्शन नहीं है, यह क्षत्रिय स्वाभिमान की लड़ाई है। हम किसी भी कीमत पर अपमान बर्दाश्त नहीं करेंगे।

क्षत्रिय महासभा के साथ ही कई अन्य हिंदू संगठनों ने भी इस विरोध प्रदर्शन को समर्थन देने का ऐलान किया है। उधर, इसको लेकर प्रशासन की ओर से भी तैयारियां कर ली गई हैं। पुलिस बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। शहर में जगह-जगह बैरिकेडिंग की गई है और सुरक्षाकर्मियों की गश्त बढ़ा दी गई है।

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