नई दिल्ली। यूरिन के माध्यम से बॉडी अपने टॉक्सिक चीजों को बाहर निकालने का काम करता है। आपका यूरिन ना सिर्फ कचरा बाहर निकालता है बल्कि आपके हेल्थ की रिपोर्ट भी देता है। पेशाब के रंग और इसके बदबू से एवं धार तक सब आपके स्वास्थ्य की जानकारी देता है। पेशाब से आ रही इस तरह की बदबू से आप अपने शरीर के छह भयंकर बीमारियों के बारे में पता लगा सकते हैं। किडनी शरीर से कचरे को छानने का काम करता है बचे हुए वेस्टेज को यह यूरिन के माध्यम से शरीर के बाहर निकालता है।
जिसमें ज्यादातर पानी मौजूद होता है और कुछ हिस्से में सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, अमोनिया, क्लोराइड जैसे तत्व होते हैं। जब आपके शरीर में पानी की मात्रा पर्याप्त होती है तो पेशाब का रंग पानी की तरह होती है और साफ नजर आता है इसके विपरीत डिहाइड्रेट बॉडी होने पर पेशाब का रंग और गंध तेज होता है। इसके अलावा कुछ मेडिकल कंडीशन के चलते पेशाब के रंग और गंध के लिए प्रभावित करते हैं। आइए जानते हैं पेशाब से तेज गंध का मतलब क्या है।
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पेशाब से तेज गंध का मतलब क्या है
यूटीआई यदि आपको यूटीआई है तो आप अपके पेशाब से अमोनिया की गंध आ सकती है, लेकिन पेशाब की बदबू ही यूपीए का साइन नहीं होता है। यूटीआई होने पर आपके पेशाब में बदबू के साथ-साथ जलन और ब्लड आने लगती है। ऐसे में आप यूटीआई टेस्ट जरूर करवाएं।
डायबिटीज
डायबिटीज होने पर लोगों के पेशाब से साड़े मीठे फल की तरह बदबू आती है, क्योंकि पेशाब में ग्लूकोस की मात्रा बढ़ जाती है। इसे ठीक करने के लिए आप अपने डायबिटीज लेवल को कम करें।
लिवर डिजीज के लिए अमोनिया मठमैलेपन, लिवर की बीमारी का संकेत देती है। जब आप ठीक से काम नहीं कर रहा होता है तो पेशाब और खून में अमोनिया की मात्रा बढ़ जाती है। इसके अलावा लीवर में गड़बड़ी होने के चलते त्वचा और आंखों का पीला पड़ना, पेट में दर्द, उल्टी पेट में सूजन जैसे अन्य समस्या होती है।
ब्लैडर इनफेक्शन मूत्राशय के इंफैक्शन जिसके कारण आपके यूरिन में गड़बड़ और दुर्गंध ला सकती है और आपको अक्सर असामान्य डिस्चार्ज का एक्सपीरियंस हो सकता है। कुछ सेक्शुअली ट्रांसमिटेड इनफेक्शन जैसे क्लैमाइडिया भी आपके पेशाब के गंध को बदल सकती है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल यह आंत और मूत्राशय के बीच संबंध लाता है। यह पेशाब को टॉयलेट की तरह बदबूदार बना सकता है। गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल के कारण बार-बार यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन या यूरेथ्रा से गैस निकालने की समस्या हो सकती है। कई बार इस परेशानी को ठीक करने के लिए सर्जरी करनी पड़ती है। यह ऐसी कंडीशन होती है जिसका निदान बचपन में ही किया जाता है। बच्चों के पेशाब में बहुत गंदी बदबू आती है, इसके इसके लक्षण में नींद की कमी और वजन घटाने और चिड़चिड़ापन जैसे समस्या शामिल हैं।