नई दिल्ली PM Kisan Yojana: पीएम किसान स्कीम की शुरुआत साल 2018 में पीएम मोदी की सरकार के द्वारा किया गया था। इस स्कीम से साल 2019 से किसानों को चार-चार महीने में 2-2 हजार रुपये की कुल 6 हजार रुपये की सालाना रकम दी जाती है। जिसका इस्तेमाल किसान खाद, बीज खरीदने के साथ में खेती के काम में कर पाएं।
सरकार ने इस पर सालाना तकरीबन 7 करोड़ रुपये का सालना बजट पेश किया है। ये रकम किसानों के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। इ स्कीम से काफी सारे किसानों का लाभ हुआ है। बीती 28 फरवरी को सरकार के द्वारा 16वीं किस्त किसानों के खाते में ट्रांसफर की गई है। सीमांत किसानों के लिए ये स्कीम काफी मददगार साबित होती है। अभी तक तकरीबन 36 करोड़ रुपये इस स्कीम से किसानों को मिले हैं।
अपात्र किसानों को भेजा गया नोटिस
आपको बता दें इस स्कीम का लाभ सरकारी कर्मचारी, पेंशन प्राप्त करने वाले, टैक्स भरने वाले किसानों को नहीं दिया जाता है। एक ही घर में पति और पत्नी में से किसी एक को इस स्कीम का लाभ प्राप्त हो सकता है। इसी को देखते हुए बीते 2 सालों पहले काफी सारे किसानों को ये रकम रोक दी गई थी।
आपको बता दें तकरीबन 100 किसानों को इसके लिए नोटिस जारी किया गया था। इसके बाद में जांच के समय 22 अपात्र किसानों से पैसों की वसूली की गई है। कुछ ऐसे भी किसान है जिनके द्वारा इस स्कीम का लाभ लेना बंद कर दिया है। अभी भी लाभुकों की संख्या 12 हजार से ज्यादा है। इसमें हर साल किसानों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। इसमें 500 किसान और बढ़ गए हैं।
सिर्फ इतने किसानों को नहीं मिला लाभ
आपको बता दें प्रखंड में करीब 100 किसान ऐसे हैं जिनके खाते में ये रकम नहीं आई हैं। जिसका इंतजार किसान कर रहे हैं। इसकी वजह ये है कि कई किसानों का ईकेवाईसी और एनपीसीआई का काम अभी तक नहीं हुआ है।
कृषि विभाग के सूत्रों की मानें तो ऐसे किसान अपने मोबाइल से भी ये काम कर सकते हैं। सीएससी सेंटर और अपने पंचायत के कृषि समन्यवयक और किसान सलाहकार के सहयोग से भी कर सकते हैं। इसके बाद पैसे खाते में आने लगेंगे।
वहीं बीएओ अमरनाथ ठाकुर कहते हैं कि आज कल सारे काम ऑनलाइन तरीके से हो रहे हैं। इस स्कीम से यदि कोई भी किसान वंचित रहता है तो किसी भी सीएससी सेंटर और अपने स्मार्ट फोन से इसके लिए अप्लीकेशन कर सकता है। ईकेवाईसी और एनपीसीआई का काम भी चल रहा है। इस स्कीम का काफी प्रचार हुआ है।