नई दिल्ली: राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार आज शाम बजे थम गया, जहां सभी राजनीतिक दलों ने आखिरी दिन जीतोड़ मेहनत की। राज्य की सभी 200 विधानसभा सीटों पर 25 नवंबर को सुबह सात बजे से वोटिंग की जाएगी।
वैसे तो राज्य में कई राजनीतिक पार्टी किस्मत आजमा रही हैं, लेकिन सियासी पंडितों के अनुसार मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही माना जा रहा है। दोनों दलों ने चुनाव में मेहनत करने में कोई कंजूसी नहीं की, जिसके लिए दिन रात एक कर दिया।
बीजेपी की ओर से पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह तो कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे डटे रहे। दूसरी ओर दोनों ही दलों की ओर से मतदाताओं को लुभाने के लिए घोषणा पत्र भी जारी किए गए। इस बीच राजस्थान चुनाव में नया ट्विस्ट तब आया जब बीजेपी कार्यकर्ताओं के पास सीएम अशोक गहलोत का फोन आया।
सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से की अपील
सीएम अशोक गहलोत का बीजेपी कार्यकर्ताओं के पास फोन आया था। उन्होंने कहा-धन्यवाद आपका, 7 गारंटियों में आपका रजिस्ट्रेशन सफलता पूर्वक हो गया। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने यह सब देख अपनी बड़े नेताओं को जानकारी दी।
बीजेपी नेताओं ने भी तत्परता दिखाते हुए मामले की शिकायत चुनाव आयोग से करदी। शिकायत में कहा जाता है कि किस आधार पर ये कॉल जनता के पास जा रहा है। इसके बाद जानकारी मिली की यह कॉल रिकॉर्डेड। अधिकतर नेताओं के रिकॉर्डेड कॉल जनता के पास जा रहे हैं। कोई जनता से वोट की अपील कर रहा है तो कोई धन्यवाद दे रहा है। इसी तरह अशोक गहलोत की आवाज में भी रिकॉर्डेड कॉल जनता के पास आ रहे हैं।
चुनाव आयोग ने लगाई रोक
दूसरी ओर बीजेपी नेताओं की शिकायत पर चुनाव आयोग ने इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन मानते रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया। निर्वाचन आयोग ने मामले की जब जांच की तो इस विज्ञापन को निर्वाचन विभाग की ओर से बनाई राज्य स्तरीय विज्ञापन अधिप्रमाणन समीति से परमिशन नहीं ली है। ऐसा नहीं करने पर निर्वाचन आयोग ने आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मानते हुए इस पर रोक लगा दी है। जानकारी के लिए बता दें कि अब से करीब 36 घंटे बाद वोटिंग होना शुरू होगी।