Akshay Navami: कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को ही अक्षय नवमी या फिर आंवला नवमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखती है और भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी की आंवला के पेड़ में पूजा करती हैं। हिंदू शास्त्र के मान्यता के अनुसार आंवला पेड़ में भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी का वास होता है। इस दिन आंवला नवमी के अवसर पर आंवला पेड़ का पूजा किया जाता है। हिंदू शास्त्र में बताया गया है ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर आप इस दिन कुछ खास उपाय करते हैं तो आपको किसी भी प्रकार के पैसे की तंगी जीवन भर में नहीं होगी और जीवन के सभी परेशानियों से मुक्ति मिलेगी। आइए जानते हैं कि वह कौन से उपाय हैं
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बहुत गुणकारी पौधा माना गया है यह हमारे सेहत के लिए भी बहुत अच्छा माना गया है। आंवला पूजा से जीवन की सभी परेशानियों से मुक्ति मिलती है। आंवला नवमी के दिन व्रत एवं पूजा करने के बाद गरीबों को भोजन खिलाने से बहुत पुण्य मिलता है। अगर आंवले के पेड़ के नीचे जरूरतमंद को बैठकर खाना खिलाया जाए तो धन की वृद्धि होती है। हमेशा जीवन में पैसे का आवागमन बना रहता है।
सुख समृद्धि के लिए आंवला नवमी के दिन भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए। माता लक्ष्मी विष्णु भगवान की पूजा करने से घर में सुख समृद्धि आती है और आंवला नवमी में भगवान के पसंदीदा चीजों का ही भोग लगाना चाहिए। आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी विराजित होते ।हैं अगर आंवले के पेड़ की पूजा की जाए तो भगवान भी गलतियों को क्षमा करते हैं।
एकादशी के दिन भी आंवला पूजा करने का विधान बताया गया है ।अगर आप सभी अपने पाप से मुक्ति चाहते हैं तो आंवले के पेड़ के पूजन करना चाहिए। नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है। घर में आंवले का पेड़ लगाने का खास महत्व बताया गया है। अगर घर में आंवले का पौधा होता है तो घर की सभी नकारात्मक ऊर्जा दूर होकर पॉजिटिविटी फैलती है। अगर आमला नवमी के दिन आंवले का पौधा लगाया जाता है तो इससे बहुत शुभ फल मिलता है और आंवला का पेड़ घर को सभी बुरी नजर से बचाता है।