नई दिल्लीः अगर कोई देश आर्थिक संकट में आ जाए तो हालात बहुत बदतर हो जाते हैं। इतना नहीं जब मुल्क में 90 फीसदी लोगों के पास खाने की चीजें खरीदने को पैसे ना हो तो समझो क्या स्थिति होती होगी। आज हम आपको एक ऐसे मुस्लिम बहुल देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने इतिहास के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। हालात इतने भयावह हैं कि बैंकों के पास लोगों को देने के लिए पैसा भी नहीं है।
लोग भूख-बिलखते काफी परेशान हैं। इतना ही नहीं लोग अपना पैसा लेने को लोग बैंकों में डकेती करते दिख रहे हैं, जिस भयावह मंजर को देख आप भी सन्न रह जाएंगे। आप सोच रहे होंगे कि यह कौन सा देश है। आपको हम मध्य पूर्वी देशों में गिने जाने वाला लेबनान की बात कर रहे हैं, जहां आर्थिक स्थिति अपना बिल्कुल दम तोड़ चुकी है। इसका सबसे बड़ा सबूत यह भी है कि केंद्रीय बैंक के गर्वनर रियाद सलमेह 30 साल बाद अपना पद भी छोड़ रहा है। अब बैंकों में कर्मचारियों को डरा धमकाकर लूट मार का काम शुरू हो गया है।
डाका डालने को मजबूर हो रहे लोग
बैंकों के कर्मचारियों को ग्राहक खूब डरा धमका रहे हैं, जिसकी वजह कि लोग अपना पैसा निकालना चाह रहे हैं। लेबनान के हालात का अंदाजा इससे ही लगा सकते हैं कि वहां 10 में से 9 लोगों के पास चीजें खरीदने के लिए पैसे नहीं है। बैंक को कर्मचारियों को धमकाने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं।
आप देख सकते हैं कि एक वीडियो शख्स कह रहा है कि उसका पैसा दे दो नहीं तो तेजाब फेंक देगा। साथ ही शख्स की पहचान उमर आवाह नामक शख्स के तौर पर कर ली गई है। शख्स ने बताया कि बैंक वालों को यह दिखाने के लिए कि तेजाब असली है, मैंने उनके कैलकुलेटर और फर्श पर उसकी कुछ बूंदें गिरा दीं. तेजाब गिरते ही वो उबलने लगा है।
इसके साथ ही शख्स ने कहा कि पैसा लूटने नहीं, बल्कि अपनी जमा पूंजी लेने गया था। वायरल वीडियो में उसे कहते हुए सुना जा सकता है। शख्स कह रहा है कि मैं बस वही लेने आया हूं जो मेरा है। मैं किसी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता। उमर ने मेहनत कर बैंक में अपने कई साल की कमाई जमा की थी। आर्थिक संकट ऐसा आया कि बैंक लोगों का जमा पैसा भी लौटाने में नाकाम होते दिख रहे हैं। लेबनान की मुद्रा में भारी अवमूल्यन हुआ है। लेबनान के सभी लोगों की लगभग यह हालत है। इसलइए यह देश अब बड़े आर्थिक संकट से जूझ रहा है।