नई दिल्ली – आजकल उत्तर प्रदेश की एक महिला की बेवफाई बहुत चर्चा में चल रही है। महिला कोई आम महिला नहीं है पीसीएस अधिकारी है। नाम है ज्योति मौर्य उसने अपने पति आलोक को धोखा देकर होमगार्ड कमांडेंट के साथ रिश्ते बना लिए है। जिसके बाद से ज्योति और उसके पति आलोक ने एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए है। शक और टूटे भरोसे से कूट-कूट कर भरी पति-पत्नी की यह कहानी अब दूसरे कपल्स के बीच अविश्वास पैदा कर रही है। समाज के दिमाग में पड़े जिन तालों को खोलने के लिए ना जाने कितनी कुर्बानियां और मशक्कत की गई। वो ताले अब फिर से जड़े जा रहे हैं।
बता दे कि बिहार के बक्सर से एक मामला सामने आया जहां पिंटू नाम के शख्स ने अपनी पत्नी खुशबू की कोचिंग शुरुआती उसने कहा कि वह पत्नी से बहुत प्यार करता है। और नहीं चाहता कि वह बड़ी अफसर बनने के बाद ज्योति मौर्य की तरह उसे छोड़ दें। उससे बेवफाई कर ले उसने ज्योति के कई वीडियो देखें दूसरी तरफ खुशबू का कहना है। कि वह बीपीसीएस की कोचिंग कर अफसर बनना चाहती हैं। मगर ज्योति के वीडियो वायरल होने के बाद उसका पति कोचिंग पढ़ने से मना कर दिया है।
गौर करने वाली बात यह है कि आज ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य की कहानी हर किसी की जुबान पर है। कई पति अब अपनी पत्नियों को अफसर नहीं बनाना चाहते है। जिनकी पत्नी बाहर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने के लिए गई हुई है। अब वह भी चाहते हैं कि अब वह घर वापस लौट आए उनका कहना है कि बेटी पढ़ाओ पत्नी नहीं सोशल मीडिया पर इस समय रील की बाढ़ आई हुई है।
ऐसे में हम आज आपको एक कहानी बताने जा रहे हैं जिसे पढ़कर शायद वह विश्वास वापस लौट है जो ज्योति मौर्य की कहानी से खत्म हो रहा है। यह कहानी है आदित्य वशिष्ठ और वर्षा शुक्ला की आदित्य की जिंदगी में जब भयंकर तूफान आया तब उन्होंने अपनी पत्नी से कहा कि उन्हें छोड़कर चली जाए। लेकिन पत्नी ने से साफ मना कर दिया वह हर कदम पर अपने पति का साथ देती रही वो उन्हे एक बार फिर हंसती खेलती जिंदगी के धरातल पर लाने में सफल हुई है।
बता दें कि आदित्य उस समय तक 24 साल का था। जब उन्होंने कॉलेज में ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद उसने शादी की फिर दो हजार अट्ठारह के नवंबर महीने में वह काफी बीमार पड़ गए उन्हें तेज बुखार फ्लू हुआ। जब जांच करवाई गई तो रिपोर्ट में सब ठीक-ठाक था इसके बाद 10 दिन बाद ही जमीन पर अचानक हो गिर गए और फिर वह उठ नहीं पा रहे थे किसी को समझ नहीं आ रहा था आखिर क्या समस्या क्या है एक दिन ब्रश करते वक्त आदित्य के चेहरे के दाएं तरफ लकवा मार गया इन्हें मर्ज एन सी में अस्पताल ले जाना पड़ा वह अपनी एक उंगली भी नहीं मिला पा रहे थे मुसीबत कम होने के बजाय और बढ़ती चली गई आदित्य के चेहरे के बाई तरफ और पूरे शरीर पर भी लकवा मार गया वह 26 साल की उम्र में guillain- barre syndrone के शिकार हो गए डॉक्टरों ने कहा कि इस बीमारी के रिकवर होने की कोई उम्मीद नहीं है।
इसके बाद आदित्य बिल्कुल नहीं चाहते थे। कि उनकी पत्नी को किसी तरह की कोई दिक्कत इसलिए उन्होंने वर्षा से कहा तुम मुझे छोड़ कर चली जाओ लेकिन वर्षा ने ऐसा बिल्कुल नहीं किया और साफ मना कर दिया और वह अपने पति के साथ इस मुश्किल वक्त में उनका हाथ थामे खड़ी रही। और वो आदित्य की सबसे मजबूत सपोर्टर सिस्टम बन गई।
आदित्य हर दिन अपने शरीर के हिस्सों को मुंह करने की कोशिश करते थे। लेकिन नहीं हो पा रहा था फिर एक दिन वह अपनी उंगली को हिलाने में सफल हुए और अपने आंसू रोक नहीं पा रहे थे। इसके बाद वह अपने पैरों पर भी खड़े हो गए तभी उन्हें माइनर का अटरेस्ट आ गया।
हिम्मत बनती बनती भी टूटती दिखने लगी मगर आदित्य और वर्षा ने एक दूसरे का साथ कभी नहीं छोड़ा। आदित्य आखिरकार रिकवर हुए और 9 महीने बाद फिर वह अपने पैरों पर खड़े हो गए । नवंबर 2019 में उन्होंने एक फिटनेस ट्रेनर के तौर पर अपनी कैरियर की शुरुआत की।
इसके बाद उन्होंने अपने लिए एक नई कार खरीदी और पहले से बेहतर कमाने लगे आदित्य का मानना है कि जिंदगी का कुछ पता नहीं कब क्या हो जाए। ऐसे में कभी हिम्मत नहीं हारना चाहिए और हर दिन को खुल कर जीना चाहिए इस कपल की एक बेटी भी है।
कुल मिलाकर बात इतनी सी है। कि जिस रिश्ते की नीव में हमेशा सच और साथ निभाने का वचन रखा होता है और रखा गया है। उसी रिश्ते में बेवफाई जैसे शब्दों की कोई जगह नहीं होती। यानी कि उस रिश्ते में बेवफाई जैसे शब्द को जगह कैसे मिल रही है। इस पर विचार करना बहुत जरूरी है। वरना ज्योति आलोक के मामले के बाद अविश्वास का दौर ना जाने कितने ख्वाबों को दफन और मेहनत को जाया कर देगा।