नई दिल्लीः बात जब राजाओं की होती है तो सबसे पहले जिक्र मुगल शासकों का होता है, जिनकी कहानियां बड़ी ही रोचक और हैरान करने वाली हैं। मुगल साम्राज्य में ऐसा तमाम राजा हुआ जिनका इतिहास हर किसी को दंग करता है। इन सभी बादशाहाओं के इतिहास काम काज से अलग भी प्रेम की दुनिया में भी कम नहीं है।
इनकी प्रेमिकाएं सिर्फ मुस्लिमों तक ही सीमित नहीं थी, इतिहास तो यहां तक बताता है कि कुछ राज्यों की पत्नियां गैर इस्लामिक रही। आज हम कुछ हम ऐसे तथ्य बताने जा रहे हैं, जिसे जानकर आप भी सब दंग रह जाएंगे। कुछ रहस्यों को तो आम लोग जानते हैं, लेकिन ज्यादातर गैर मुस्लिम बेगमों की कहानियां भी आप जान लेना जरूरी हैं।
मुगल साम्राज्य का वर्चस्व लगभग सन 1526 से 1857 तक रहा, जिसकी शुरुआत बाबर ने पानीपत की पहली लड़ाई में इब्राहिम लोदी पराजित कर की थी। इसके बाद हुमायूं, अकबर, जहांगीर, शाहजहां और औरंगजेब आदि ने शासन किया। इन राजाओं ने शासन के दौरान समाज का काफी निर्माण किया था।
- मानबाई भी थी बहादुर महिला
बात जब बहादुर महिलाओं की होती है तो मानबाई का नाम किसी से छुपा नहीं है, जिसने एक मुस्लिम मुगल बादशाह से शादी रचाई थी। बता दें कि मानबाई आमेर के राजा भगवंत दास की पुत्री और राजा बिहारीमल की पुत्री थीं। इनका निकाह बेहद कम उम्र में जहांगीर के साथ करवा दिया गया था। निकाह के बाद इनका नाम बदलकर शाह बेगम रख दिया गया था।
- हीर कुंवर का नाम भी किसी से छुपा नहीं
टीवी सीरियल पर आपने जोधा और अकबर का नाम तो बखूबी सुना होगा। इन दोंने के प्रेम की कहानी की आज मिसाल दी जाती है। इसे जानने के लिए आपको पहले जोधा बेगम के नाम की जानकारी प्राप्त करनी होगी। क्या आपको जोधा के असली नाम का पता है, अगर नहीं तो फिर इसे जरूर पढ़ना होगा। जोधा बेगम का असली नाम हीरा कुमारी था। हालांकि, उन्हें हरका बाई, हीर कुंवर आदि नामों से भी पुकारा जाता था।
इनका जन्म सन 1542 में हुआ था, जो एक हिन्दू राजवंशी राजकुमारी थीं। इनके पिता आमेर रियासत के राजा भारमल थे। हालांकि, किसी कारणवश जोधा और अकबर के निकाह को लेकर कहा जाता है कि उनका निकाह एक राजनीतिक समझौता था
- जगत गोसाई ने भी मुस्लिम शासक से की थी शादी
जगत गोसाई का इतिहास भी किसी से छुपा नहीं है, जिन्होंने हिंदू होने के बाद मुस्लिम शासक को अपनी पति चुना था। जगत गोसाई ने बादशाह जहांगीर को अपना पति बनाया था। एक और बीवी हिंदू थीं, जिनका नाम जगत गोसाई था, जोधपुर की मारवाड़ रियासत की राजकुमारी थीं। इनके पिता का नाम राजा उदयसिंह और माता का नाम महारानी मानववती था।